जय महाकाल भजन
जय महाकाल भजन
जय महाकाल जय महाकालजय महाकाल जय महाकाल
जो पाप ताप का हरता है,
जो युग परिवर्तन करता है,
माँ आदि शक्ति को साथ लिये,
जो बदल रहा है सृष्टि चाल।
जिसने सोतो को जगा दिया,
जगों को जिसने चला दिया,
चलतो को जिसने दौड़ाया,
निष्ठा को दी प्रेरक उछाल ,
छल, द्वेष, दंभ को दूर करो,
सद्कर्मों का उत्थान करो,
सब भेद विषमता नष्ट करो,
है दुष्ट विनाशक महाज्वाल।
आओ देवत्व जगाने को,
धरती को स्वर्ग बनाने को,
अपनत्व सभी में विकसा दो,
है सज्जन के मानस मराल।
सद्भाव और सद्ज्ञान भरो,
सत्कर्मों का उत्थान करो,
प्रज्ञा प्रकाश जग में भर दो
उज्जवल भविष्य की के मशाल,
तुम हो अनादि तुम ही अनंत,
तुमसे प्रेरित यह दिगंदिगंत,
परिवर्तन के आधार तुम्ही,
तुमसे प्रेरित यह जग विशाल।
जय महाकाल जय महाकाल
जय महाकाल जय महाकाल
जो पाप ताप का हरता है,
जो युग परिवर्तन करता है,
माँ आदि शक्ति को साथ लिये,
जो बदल रहा है सृष्टि चाल।
प्रज्ञा गीत || jai mahakal jai mahakal || Deepak bhilala