बस एक छोटी अर्जी मैया जी सुन लो

बस एक छोटी अर्जी मैया जी सुन लो

 (मुखड़ा)
बस एक छोटी अर्जी,
मैया जी सुन लो,
झोलियाँ खाली मेरी हैं,
माँ, झोली भर दो।।

(अंतरा)
मैं आया हूँ शरण तुम्हारी,
मुझको गले लगा लो माँ,
सारी दुनिया ने ठुकराया,
तुम मुझको अपना लो माँ,
मेरे सिर पर रख दो मैया,
अपने यह दोनों हाथ,
झोलियाँ खाली मेरी हैं,
माँ, झोली भर दो।।

मैं तेरे दर का भिखारी,
छोड़ तुझे कहाँ जाऊँ माँ,
तू ही मेरी शेरावाली,
तेरी महिमा गाऊँ माँ,
मुझे अपनी शरण में ले लो,
कर दो ना बेड़ा पार,
झोलियाँ खाली मेरी हैं,
माँ, झोली भर दो।।

सारी दुनिया छोड़ के मैया,
आया तुझे मनाने को,
श्रद्धा-सुमन का फूल लेकर,
आया तुझे रिझाने को,
मेरी अर्जी सुन लो माँ,
भक्तों का रखना ख्याल,
झोलियाँ खाली मेरी हैं,
माँ, झोली भर दो।।

(पुनरावृत्ति)
बस एक छोटी अर्जी,
मैया जी सुन लो,
झोलियाँ खाली मेरी हैं,
माँ, झोली भर दो।।


Suman Thakur, Bhakti, bas ek choti argi
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