कैसी आ रही बहार सत्संग में लिरिक्स Kaisi Aa Rahi Bahar Lyrics
कैसी आ रही बहार सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में,
सत्संग में हां सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में।
पहली सखी से यूं उठ बोली,
पहली सखी से यूं उठ बोली,
बहना तुम चलो साथ सत्संग में,
इस सत्संग में मैं नहीं जाऊंगी,
मेरी लड़ रही सास सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में।
दुजी सखी से यूं उठ बोली,
दुजी सखी से यूं उठ बोली,
बहना तुम चलो साथ सत्संग में,
इस सत्संग में मैं नहीं जाऊंगी,
मेरे लड़ रहे भरतार सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में।
तीजी सखी से यूं उठ बोली,
तीजी सखी से यूं उठ बोली,
बहना तुम चलो साथ सत्संग में,
इस सत्संग में मैं नहीं जाऊंगी,
मेरा रो रहा नन्दलाल सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में।
चौथी सखी से यूं उठ बोली,
बहना तुम चलो साथ सत्संग में,
इस सत्संग में मैं नहीं जाऊंगी,
घर आये रिश्तेदार सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में।
ये प्रसाद बहना तुम्हें ना मिलेगा,
ये प्रसाद बहना तुम्हें ना मिलेगा,
मेरी लड़ रही सास सत्संग में,
बहना तुम चलो साथ सत्संग में।
ये प्रसाद बहना उसी को मिलेगा,
ये प्रसाद बहना उसी को मिलेगा,
जो जाये मेरे साथ सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में।
कैसी आ रही बहार सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में,
सत्संग में हां सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में।
कैसी आ रही बहार सत्संग में,
सत्संग में हां सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में।
पहली सखी से यूं उठ बोली,
पहली सखी से यूं उठ बोली,
बहना तुम चलो साथ सत्संग में,
इस सत्संग में मैं नहीं जाऊंगी,
मेरी लड़ रही सास सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में।
दुजी सखी से यूं उठ बोली,
दुजी सखी से यूं उठ बोली,
बहना तुम चलो साथ सत्संग में,
इस सत्संग में मैं नहीं जाऊंगी,
मेरे लड़ रहे भरतार सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में।
तीजी सखी से यूं उठ बोली,
तीजी सखी से यूं उठ बोली,
बहना तुम चलो साथ सत्संग में,
इस सत्संग में मैं नहीं जाऊंगी,
मेरा रो रहा नन्दलाल सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में।
चौथी सखी से यूं उठ बोली,
बहना तुम चलो साथ सत्संग में,
इस सत्संग में मैं नहीं जाऊंगी,
घर आये रिश्तेदार सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में।
ये प्रसाद बहना तुम्हें ना मिलेगा,
ये प्रसाद बहना तुम्हें ना मिलेगा,
मेरी लड़ रही सास सत्संग में,
बहना तुम चलो साथ सत्संग में।
ये प्रसाद बहना उसी को मिलेगा,
ये प्रसाद बहना उसी को मिलेगा,
जो जाये मेरे साथ सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में।
कैसी आ रही बहार सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में,
सत्संग में हां सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में,
कैसी आ रही बहार सत्संग में।
कैसी आ रही बहार सत्संग में || Kaisi aa rahi bahar satsang mein
Title - Kaisi aa rahi bahar satsang mein
Artist - Vanshika Sharma
Singer - Aarti
Artist - Vanshika Sharma
Singer - Aarti