मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे Mera Koi Na Sahara Lyrics
गुरु देव साँवरिया मेरेगुरु देव साँवरिया मेरे
गुरु देव साँवरिया मेरे
मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे
गुरुदेव साँवरिया मेरे||
तेरे बिना मेरा है कौन यहाँ
प्रभु तुम्हे छोड़ मैं जाऊं कहाँ
मैं तो आन पड़ा हूँ दर तेरे
गुरु देव साँवरिया मेरे
मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे
गुरुदेव साँवरिया मेरे||
मैंने जन्म लिया जग में आया
तेरी कृपा से ये नर तन पाया
तूने किये उपकार घनेरे
गुरु देव साँवरिया मेरे
मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे
गुरुदेव साँवरिया मेरे||
मेरे नैनां कब से तरस रहे
सावन भादों हैं बरस रहे
अब छाए घनघोर अँधेरे
गुरु देव साँवरिया मेरे
मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे
गुरुदेव साँवरिया मेरे||
प्रभु आ जाओ प्रभु आ जाओ
अब और ना मुझको तरसाओं
काटो मैं मरण के फेरे
गुरु देव साँवरिया मेरे
मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे
गुरुदेव साँवरिया मेरे||
जिस दिन से दुनियाँ में आया
मैंने पल भर चैन नहीं पाया
सहे कष्ट पे कष्ट घनेरे
गुरु देव साँवरिया मेरे
मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे
गुरुदेव साँवरिया मेरे||
मेरा सच्चा मार्ग छूट गया
मुझे पाँच लुटेरों ने लूट लिया
मैंने जतन किये बहुतेरे
गुरु देव साँवरिया मेरे
मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे
गुरुदेव साँवरिया मेरे||
मेरे सारे सहारे छूट गए
तुम भी गुरु मुझसे रूठ गए
आओ करने दूर अँधेरे
गुरु देव साँवरिया मेरे
मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे
गुरुदेव साँवरिया मेरे||
मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे
गुरु देव साँवरिया मेरे
गुरु देव साँवरिया मेरे
गुरु देव साँवरिया मेरे
मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे
गुरुदेव साँवरिया मेरे
बृहस्पतिवार स्पेशल - मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे | सत्संगी भजन | Vishnu ji ke Bhajan | Sonotek Bhakti
इस भजन में श्रद्धा भरी भावनाएं हैं जो भक्त के मन को छू लेती हैं। भजन के शुरूआती पंक्तियों में गुरुदेव साँवरिया की प्रशंसा की गई है और यह भक्त का कहना है कि वह गुरुदेव के बिना अकेला है। उसे अपने गुरुदेव के बिना कोई सहारा नहीं है। इसके बाद उसने अपने गुरुदेव के बिना जीवन में कुछ नहीं है, उसे गुरुदेव के बिना कहीं नहीं जाना है। उसने अपने गुरुदेव के दर पर आने का निवेदन किया है। इस भजन में भक्त ने अपने गुरुदेव की कृपा को भी याद किया है और कहा है कि उसे गुरुदेव की कृपा से ही जन्म मिला है। उसने अपने गुरुदेव की उपकारों की भी प्रशंसा की है। आगे भजन में भक्त कहता है कि उसकी आँखें उसके गुरुदेव को तरस रही हैं और उसका जीवन अब अँधेरे में है। इसलिए उसने गुरुदेव से अपनी मदद के लिए बुलाया है।
The bhajan titled "Mera Koi Na Sahara Bin Tere" is sung, written and performed by Anjali Jain. The music is composed by Sonotek, creating a soulful and melodious tune that complements the lyrics. The artist's vocals and expression bring out the depth of emotion in the lyrics, making the listener feel the pain and longing conveyed in the words. Overall, it is a beautiful rendition of a devotional song that touches the heart and soul of the listener.