ओ मेरे कान्हा लिरिक्स O Mere Kanha Lyrics
राधे तू बड़ भागिनी,कौन तपस्या कीन,
तीन लोक तारण तरण,
सो तोरे आधीन,
एक ने त्यागे दुनिया दारी,
वो मीरा कहलाई,
दूजी राधा रानी बनके,
श्याम सलोना पाई,
मुझको भी तू अपना ले,
मन वृंदावन बन जाए,
मुझमे तू ही बस जाए,
और मन तुझमे रम जाए,
ओ मेरे कान्हा,
ओ मेरे कान्हा,
ओ मेरे कान्हा,
ओ मेरे कान्हा।
जय जय राधा रमण हरि बोल,
जय जय राधा रमण हरि बोल,
जय जय राधा रमण हरि बोल,
जय जय राधा रमण हरि बोल।
धड़कन धड़कन राधिका,
नस नस उड़ती प्रीत,
बरसाने में गूँजता,
मुरली का संगीत,
ओ मेरे कान्हा सब जन जापी,
तेरो नाम ही सुबहो शाम,
जो मन वैरागी ठहरे,
कान्हा उनमे खुद छुप जाएगा,
ओ मेरे कान्हा,
ओ मेरे कान्हा,
ओ मेरे कान्हा,
ओ मेरे कान्हा।
गोरे मुख पे टील बने,
दाही करो प्रणाम,
मानो चाँद बिछाई के,
पोढे शालिग्राम,
है दिखता जुगनू जग मग,
सूरज चाँद खुद से चमके ऐसे,
खुद से चमके ऐसे,
हाँ के मिलता,
कण कण में कान्हा,
का दर्शन हर गोपी को जैसे,
हर गोपी को जैसे,
ओ मेरे कान्हा,
तेरा सेवक करता,
तुझसे ही दरकार,
ये धरती तुझे घूमे,
नभ चूमे है,
कदम तेरे सरकार,
ओ मेरे कान्हा,
ओ मेरे कान्हा,
ओ मेरे कान्हा,
ओ मेरे कान्हा।
जय जय राधा रमण हरि बोल,
जय जय राधा रमण हरि बोल,
जय जय राधा रमण हरि बोल,
जय जय राधा रमण हरि बोल।
जय जय राधा रमण हरि बोल,
जय जय राधा रमण हरि बोल,
जय जय राधा रमण हरि बोल,
जय जय राधा रमण हरि बोल।