पहले मनाऊं तोहै अंजनी के लाला

पहले मनाऊं तोहै अंजनी के लाला

पहले मनाऊं तोहै,
अंजनी के लाला,
मेरी सुन ले पुकार आजा,
मंदिर में मंदिर में।

रावण ने जब सिया चुराई,
धर जोगी का भेष हो,
पर्वत पर्वत रघुवर घूमे,
लखन लाल के साथ हो,
कष्ट निवारण तूने,
अंजनी के लाला,
मेरी सुन ले पुकार,
आजा मंदिर में मंदिर में।

सीता की सुध लेने गये,
जब दई मुद्रिका डाल हो,
फल खाये और वृक्ष उखाड़े,
योद्धा दीने मार हो,
लंका जलाई तूने,
अंजनी के लाला,
मेरी सुन ले पुकार,
आजा मंदिर में मंदिर में।

शक्ति बाण लगा लक्ष्मण के,
बूटी लेने जाये हो,
लाय सजीवन घोट पिलाई,
लखन के प्राण बचाये हो,
प्राण बचाये तेरे,
अंजनी के लाला,
मेरी सुन ले पुकार,
आजा मंदिर में मंदिर में।

पहले मनाऊं तोहै,
अंजनी के लाला,
मेरी सुन ले पुकार आजा,
मंदिर में मंदिर में।
 




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