वैष्णवी अद्भुत नजारा माँ भजन
वैष्णवी अद्भुत नजारा माँ तेरे द्वारे पे है भजन
अंबे माँ दुर्गे माँ,वैष्णवी अद्भुत नजारा,
माँ तेरे द्वारे पे है,
बेसहारों को सहारा,
माँ तेरे द्वारे पर है,
वैष्णवी अद्भुत नजारा,
माँ तेरे द्वारे पे है।
जगत की रुसवाईयों को,
दूर करने के लिए,
बाण गंगा की ये धारा,
माँ तेरे द्वारे पे है,
वैष्णवी अद्भुत नजारा,
मां तेरे द्वारे पे है,
बेसहारों को सहारा मां,
तेरे द्वारे पे है।
झांकियां तेरे भवन की,
कर रहे सब देव गण,
आ गया बैकुंठ सारा,
माँ तेरे द्वारे पे है,
वैष्णवी अद्भुत नजारा,
माँ तेरे द्वारे पे है,
बेसहारों को सहारा माँ,
तेरे द्वारे पे है,
वैष्णवी अद्भुत नजारा,
माँ तेरे द्वारे पे है।
अब कहां जाऊं मैं मैया,
तेरे दर को छोड़कर,
मेरे जीवन का गुजारा,
माँ तेरे द्वारे पर है,
वैष्णवी अद्भुत नजारा,
माँ तेरे द्वारे पे है,
बेसहारों को सहारा माँ,
तेरे द्वारे पे है,
वैष्णवी अद्भुत नजारा,
माँ तेरे द्वारे पे है।
मैं भला हूं या बुरा हूं,
पर तुम्हारा हूं सदा,
अब तो जीवन का किनारा,
माँ तेरे द्वारे पर है,
वैष्णवी अद्भुत नजारा,
माँ तेरे द्वारे पे है,
बेसहारों को सहारा माँ,
तेरे द्वारे पे है,
वैष्णवी अद्भुत नजारा माँ,
तेरे द्वारे पे है।
|| जय माता दी || Bhajan-Maa Tere Dware Pe || Vaishno Devi Aarti Bhajan ||
अंबे माँ दुर्गे के द्वार पर वैष्णवी का अद्भुत नजारा बेसहारों को सहारा देता है, जग की रुसवाईयों को बाण गंगा की धारा से धो देता। देव गण झांकियां देखने आते, बैकुंठ सारा वहाँ बस जाता, जीवन का गुजारा उसी दर पर टिक जाता। भला-बुरा जो भी हो, सदा उनका ही रहता, अब कहीं और जाने का मन न करता।
द्वार पर पहुँचते ही हर दुख दूर भगाता, आँचल में छिपाकर दुनिया की माया से बचाता। माँ का साया पाकर धन्य हो जाते, सदके जाकर प्रणाम करते। ये अपनापन हर घाव भर देता, जीवन को सुगंधित बना देता।
Bhajan Name : ( Vaishnavi Adbhut Nazara Maa Tere Dware Pe Hai ) Suresh Ji
Date : 01 November 2019 ( Evening Aarti Bhajan )
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