दर पे हूं मैं खड़ा माँ हाथ जोड़ के लिरिक्स Dar Pe Main Khada Lryics
दर पे हूं मैं खड़ा माँ हाथ जोड़ के लिरिक्स Dar Pe Main Khada Lryics
जपु आठों मैं पहरिया,कब लोगी माँ खबरिया,
बालक गरीब के,
दर पे हूं मैं खड़ा,
माँ हाथ जोड़ के।
मैया तेरी शान है निराली,
तू ही अम्बे तू ही मैया काली,
द्वार से ना कोई खाली जाये,
आया जो भी माँ,
बन के सवाली,
शिव शक्ति माँ कल्याणी,
दुनिया तेरी माँ दीवानी,
अम्बे माँ दया करदे,
दर पे हूं मैं खड़ा,
माँ हाथ जोड़ के।
ज्ञान और विज्ञान सभी हारे,
मैया तेरा भेद नहीं पाये,
वेद और पुराण महिमा गाये,
ब्रह्मा विष्णु शिव सिर झुकाये,
पापी को भी तारे,
धरती को भी उबारे,
कहते है लोग ये,
दर पे हूं मैं खड़ा,
माँ हाथ जोड़ के।
दर्शनों की प्यास माँ बुझादे,
चरणों में अपने जगह दे,
साचा है दरबार तेरा प्यारा,
शर्मा को तेरा माँ सहारा,
कैसे तुम्हे मनाऊ,
क्या भेंट मैं चढ़ाऊ,
मेरी माँ अम्बिके,
दर पे हूं मैं खड़ा,
माँ हाथ जोड़ के।
जपु आठों मैं पहरिया,
कब लोगी माँ खबरिया,
बालक गरीब के,
दर पे हूं मैं खड़ा,
माँ हाथ जोड़ के।