तुम्हरे कारण सब सुख छोड्या
अब छोड़त नहीं,
बने प्रभुजी,
हँसकर तुरंत बुलावो,
तुम्हरे कारण,
सब सुख छोड्या,
अब मोहे क्यों तरसावों।
अब छोड़त नहीं,
बने प्रभुजी,
हँसकर तुरंत बुलावो,
तुम्हरे कारण,
सब सुख छोड्या,
अब मोहे क्यों तरसावों।
मीरा दासी,
जनम जनम की,
अंग से अंग लगाओ,
तुम्हरे कारण,
सब सुख छोड्या,
अब मोहे क्यों तरसावों।
मीरा दासी,
जनम जनम की,
अंग से अंग लगाओ,
तुम्हरे कारण,
सब सुख छोड्या,
अब मोहे क्यों तरसावों।