वृन्दावन जाऊंगी सखी ना लौट के जाऊंगी लिरिक्स Vrindavan Jaungi Sakhi Lout Ke Naa Lyrics

वृन्दावन जाऊंगी सखी ना लौट के जाऊंगी लिरिक्स Vrindavan Jaungi Sakhi Lout Ke Naa Lyrics

वृन्दावन जाऊँगी सखी,
वृन्दावन जाऊँगी,
मेरे उठे विरह में पीर,
सखी वृन्दावन जाऊंगी,
बाजे मुरली यमुना तीर,
सखी वृन्दावन जाऊंगी।

राधे राधे राधे राधे राधे राधे,
राधे राधे राधे राधे राधे राधे।

मेरे उठे विरह में पीर,
सखी वृन्दावन जाऊंगी,
वृन्दावन जाऊँगी,
नहीं फिर लौट के जाऊंगी,
मेरे उठे विरह में पीर,
सखी वृन्दावन जाऊंगी।

छोड़ दिया मैंने भोजन पानी,
श्याम की याद में,
मेरे नैनन बरसे नीर,
सखी वृन्दावन जाऊंगी,
मेरे उठे विरह में पीर,
सखी वृन्दावन जाऊंगी।

वृन्दावन जाऊँगी सखी,
वृन्दावन जाऊँगी,
बाजे मुरली यमुना तीर,
सखी वृन्दावन जाऊंगी।

इस दुनिया के रिश्ते नाते,
सब ही तोड़ दिए,
तुझे कैसे दिखाऊं दिल चिर,
सखी वृन्दावन जाऊंगी,
मेरे उठे विरह में पीर,
सखी वृन्दावन जाऊंगी।

राधे राधे राधे राधे राधे राधे,
राधे राधे राधे राधे राधे राधे।

नैन लड़े गिरधर से,
मैं तो बावरी हो गई,
दुनिया से भयो अखिर,
सखी वृन्दावन जाऊंगी,
मेरे उठे विरह में पीर,
सखी वृन्दावन जाऊंगी।   

वृन्दावन जाऊँगी सखी,
वृन्दावन जाऊँगी,
बाजे मुरली यमुना तीर,
सखी वृन्दावन जाऊंगी,
मेरे उठे विरह में पीर,
सखी वृन्दावन जाऊंगी।



वृन्दावन जाउंगी सखी ना लौट के जाउंगी | Vrindavan Jaungi | Krishna Bhajan 2023 | राधा कृष्णा भजन

Latest Bhajan Lyrics

एक टिप्पणी भेजें