अरे ठिकानों लाध्यायो सुख साता को लिरिक्स Are Thikhano Ladhyayo Sukh Sata Ko Lyrics
अरे ठिकानों लाध्यायो सुख साता को लिरिक्स Are Thikhano Ladhyayo Sukh Sata Ko Lyrics
अरे ठिकानों लाध्यायो,सुख साता को,
अरे ठिकानों लाध्यायो,
सुख साता को,
पचकुंडा कने बनियो,
आश्रम सतगुरु दाता को,
अरे रे ठिकानों लाध्यायो,
सुख साता को,
पचकुंडा कने बनियो,
आश्रम सतगुरु दाता को।
सतगुरु दाता को,
मोतीगिरी बाबा को,
सतगुरु दाता को,
मोतीगिरी बाबा को,
ठिकानों लाध्यायो,
सुख साता को,
पचकुंडा कने बनियो,
आश्रम सतगुरु दाता को।
अरे गांव टोरडी पछकुंडा की,
जुगा पुरानी धाम,
जठे बैठकर दिना दाता,
भजे रे बाप को नाम,
पचकुंडा है धाम,
उनकी माता को,
पचकुंडा कने बनियो,
आश्रम सतगुरु दाता को,
सतगुरु दाता को,
मोतीगिरी बाबा को,
सतगुरु दाता को,
मोतीगिरी बाबा को,
ठिकानों लाध्यायो,
सुख साता को,
पचकुंडा कने बनियो,
आश्रम सतगुरु दाता को।
संत जाति और घणा,
मुनिगन अठे तपस्या किन्हा,
संत जाति और घणा मुनिगन,
अठे तपस्या किन्हा,
बाबा खड़ेश्वर धरम दास जी,
गुदड़ जी पर गिना,
देवरो अन्नपूर्णा माता को,
पचकुंडा कने बनियो,
आश्रम सतगुरु दाता को,
सतगुरु दाता को,
मोतीगिरी बाबा को,
सतगुरु दाता को,
मोतीगिरी बाबा को,
ठिकानों लाध्यायो,
सुख साता को,
पचकुंडा कने बनियो,
आश्रम सतगुरु दाता को।
कल्याण दास जी बाबा सबने,
ज्ञान को प्यालो पायो,
मोतीगिरी जी बाबा झंडो,
भक्ति को लहरायो,
जाग्यो भाग धरती माता को,
पचकुंडा कने बनियो,
आश्रम सतगुरु दाता को,
सतगुरु दाता को,
मोतीगिरी बाबा को,
सतगुरु दाता को,
मोतीगिरी बाबा को,
ठिकानों लाध्यायो,
सुख साता को,
पचकुंडा कने बनियो,
आश्रम सतगुरु दाता को।
भरबाटा में कुंवो खुदायो,
निकल्यो अमृत पाणी,
भरबाटा में कुंवो खुदायो,
निकल्यो अमृत पाणी,
मोहन गिरी पर्वत में गूंजी,
अलख निरंजन वाणी,
धुनों जत्थे लाडला संता को,
पचकुंडा कने बनियो,
आश्रम सतगुरु दाता को,
सतगुरु दाता को,
मोतीगिरी बाबा को,
सतगुरु दाता को,
मोतीगिरी बाबा को,
ठिकानों लाध्यायो,
सुख साता को,
पचकुंडा कने बनियो,
आश्रम सतगुरु दाता को।
संत सुजानी मोती बाबा,
संत शिरोमणि प्यारा,
संत सुजानी मोती बाबा,
संत शिरोमणि प्यारा,
मुक्तेश्वर महादेव थरापिया,
गूंज उठा जयकारा,
दास यो मालूनी थारे चरना को,
पचकुंडा कने बनियो,
आश्रम सतगुरु दाता को,
सतगुरु दाता को,
मोतीगिरी बाबा को,
सतगुरु दाता को,
मोतीगिरी बाबा को,
ठिकानों लाध्यायो,
सुख साता को,
पचकुंडा कने बनियो,
आश्रम सतगुरु दाता को।
चेतावनी भजन | सुख थोड़ा दुःख घणा जगत में | SANWARMAL SAINI | SAMAR CASSETTES
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