जाग जाग मेरी गंगा माई भजन

जाग जाग मेरी गंगा माई भजन

 
जाग जाग मेरी गंगा माई भजन

दुनिया दर्शन आयी जी,
दुनिया दर्शन आयी जी,
जाग जाग मेरी गंगा माई,
जाग जाग मेरी गंगा माई,
दुनिया दर्शन आयी जी,
जाग जाग मेरी गंगा माई।

राम जागे लक्ष्मण जी जागे,
ओ जागी सीता माई जी,
जागी सीता माई जी,
हाक देत हनुमंत जागे,
हाक देत हनुमंत जागे,
जागे चारो भाई जी,
जाग जाग मेरी गंगा माई।

ब्रम्हा जागे विष्णु जागे,
ओ जागे शंकर देवा जी,
जागे शंकर देवा जी,
बड़े बड़े जोगी सब जागे,
बड़े बड़े सब जोगी जागे,
सूरत भजन मे लागी जी,
जाग जाग मेरी गंगा माई।

ध्रुव जागे प्रहलाद भी जागे,
ओ जागे सज्जन कसाई जी,
जागे सज्जन कसाई जी,
अरे सुआ पढावत कनिका जागी,
सुआ पढावत कनिका जागी,
जागी मीरा बाई जी,
जाग जाग मेरी गंगा माई।

ब्रह्मा कमंडल सु गंगा निकली,
हरि की पेड़ी आयी जी,
हरि की पेड़ी आयी जी,
दोय कर जोड़ भगीरथ बोले,
दोय कर जोड़ भगीरथ बोले,
धन धन गंगा माई जी,
जाग जाग मेरी गंगा माई।

दुनिया दर्शन आयी जी,
दुनिया दर्शन आयी जी,
जाग जाग मेरी गंगा माई,
जाग जाग मेरी गंगा माई,
दुनिया दर्शन आयी जी,
जाग जाग मेरी गंगा माई।


Latest Rajasthani Devotional Song | जाग जाग गंगा माई|Jesal Ghadvi|Prakash Mali, Moinuddin Manchala
 
❖Song : जाग जाग गंगा माई
❖Album : जैसल घाडवी
❖Singer : Prakash Mali & Moinuddin Manchala
❖Category : Devotional 
❖Track Genre : Bhakti Song 
 
गंगा माई का आगमन दुनिया को जगाने का संदेश लाता है, राम-लक्ष्मण-सीता से लेकर हनुमान तक सबकी नींद उड़ जाती। ब्रह्मा-विष्णु-शंकर जागते, योगी भजन में लीन हो जाते, ध्रुव-प्रह्लाद-सज्जन कसाई जागते, कनिका-सुआ पढ़ाती, मीरा बाई भक्ति में डूब जाती। हमें सिखाते हैं कि ब्रह्मा कमंडल से निकली गंगा हरि पेड़ी पहुँचती, भगीरथ हाथ जोड़ पुकारते धन धन गंगा माई।​ 

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