लाखो के दुख लिए हर दातिए, झोलियाँ गरीबों की भी भर दातिए, सबको दिए खुशियों के वर दातिए, सबको दिए खुशियों के वर दातिए, झोलियाँ गरीबों की भी भर दातिए।
भरे हुए तेरे भंडार है,
उनमे कमी ना किसी बात की, हर जगह पर हर और ही, करुणा की तूने तो बरसात की, सबपे है तेरी, सबपे है दया की नजर दातिए, झोलियाँ गरीबों की भी भर दातिए।
New Bhajan 2023
सागर से एक बून्द हम जो पिए, सागर का कुछ ना घटे मेरी माँ, हवा चला दो गर रहमत की माँ, बादल गमो का छटे मेरी माँ, जग से निराला, जग से निराला तेरा दर दातिए, झोलियाँ गरीबों की भी भर दातिए।
लाखों के दुख लिए हर दातिए, झोलियाँ गरीबों की भी भर दातिए, सबको दिए खुशियों के वर दातिए, सबको दिए खुशियों के वर दातिए, झोलियाँ गरीबों की भी भर दातिए।