सचेत परंपरा न्यू शिव सोंग लिरिक्स Sachet Parampara Shiv Bhajan Lyrics
ॐ नमः शिवायॐ नमः शिवाय
हर हर बोले नमः शिवाय
नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
हर हर बोले नमः शिवाय
गंगा धारा शिव गंगा धारा
हर हर बोले नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
हर हर बोले नमः शिवाय
नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
हर हर बोले नमः शिवाय
सबसे बड़ा तेरा है दरबार
तू ही मेरा पालनहार
पालन करे तू रक्षा करे
तू हमरी है सरकार
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
हर हर बोले नमः शिवाय
नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
हर हर बोले नमः शिवाय
नमामि शमीशान निर्वाण रूपं
विभुं व्यापकं ब्रह्म वेद: स्वरुपम्दे
निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं
चिदाकाश मकाशवासं भजेऽहम्
हे शंभु बाबा मेरे भोले बाबा
तीनो लोक में तू ही तू है
सारे जग को तूने भव से है पर उतारा
जीवन सबका तूने है स्वारा
बोलो मिल के
सिवाय आए आए आए आए शंभु
सिवाय आए आए आए शंभु
सिवाय आए आए आए आए शंभु
निराकामोंकारमूलं तुरीयं
गिरा ध्यान गोतीतमीशं गिरिशम
करालं महाकाल कालं कृपालं
गुणागार संसारपारं नतोअहम
मुझे प्यार है तुझसे
शिव महादेवा शिव महादेवा
रग रग में बसे है
शिव महादेवा शिव महादेवा
हो अच्छे अच्छे मंदिर तेरे
ऊंचा तेरा धाम
है कैलाश के वाशी भोले
करते तुझे प्रणाम
मेरे सपनों में तू है
शिव महादेवा शिव महादेवा
मेरा अपना भी तू है
शिव महादेवा शिव महादेवा
मुझे प्यार है तुझसे
शिव महादेवा शिव महादेवा
वराजसेव्यमानपावनाङ्घ्रिपङ्कजं
व्यालयज्ञसूत्रमिन्दुशेखरं कृपाकरम
नारदादियोगिवृन्दवन्दितं दिगंबरं
काशिकापुराधिनाथ कालभैरवं भजे
हो आदियों के समूह जीनकी वंदना करें
उस काशी के नाथ काल भैरवम को है नमन
तीनों लोक में है तू तेरा ही नाम मैं जपु
मेरे काशी परमेश्वर काल भैरवं भजे
काल काल काल काल काल भैरवम्
काल काल काल काल काल भैरवम्
काल भैरवं भजे काल भैरवं भजे
ॐ नमः नमः नमः नमः शिवाय
भानुकोटिभास्वरं भवाब्धितारकं परं
नीलकण्ठमीप्सितार्थदायकं त्रिलोचनम
कालकालमंबुजाक्षमक्षशूलमक्षरं
काशिका पुराधिनाथ कालभैरवं भजे
शूलटङ्कपाशदण्डपाणिमादिकारणं
श्यामकायमादिदेवमक्षरं निरामयम
भीमविक्रमं प्रभुं विचित्रताण्डवप्रियं
काशिका पुराधिनाथ कालभैरवं भजे
देवराजसेव्यमानपावनाङ्घ्रिपङ्कजं
व्यालयज्ञसूत्रमिन्दुशेखरं कृपाकरम
नारदादियोगिवृन्दवन्दितं दिगंबरं
काशिकापुराधिनाथ कालभैरवं भजे