धर्म किये धन ना घटे नदी ना घटे नीर हिंदी मीनिंग कबीर के दोहे

धर्म किये धन ना घटे नदी ना घटे नीर हिंदी मीनिंग Dharam Kiye Dhan Na Ghate Meaning : Kabir Ke Dohe Hindi Arth/Bhavarth

धर्म किये धन ना घटे, नदी ना घटे नीर।
अपनी आखों देखि ले, यों कथि कहहिं कबीर।
or
दान दिए धन ना घटे, नदी ना घटे नीर ।
अपनी आँखों देख लो, यों कथि कहहिं कबीर ॥
 
Daan Diye Dhan Na Ghate, Nadi Na Ghate Neer,
Apni Aankho dekh le, Yo Kathi Kahahi Kabir

धर्म किये धन ना घटे नदी ना घटे नीर हिंदी मीनिंग Dharam Kiye Dhan Na Ghate Meaning


कबीर के दोहे का हिंदी में अर्थ / भावार्थ Kabir Doha Hindi Meaning

दान करने से किसी का धन नहीं घटता है ऐसे ही जैसे जब हम दूसरों की मदद करते हैं, तो हमारा धन नहीं घटता है. नदी का जल भी काम लेने से कम नहीं होता है. चाहे तो इसे आजमा कर देख लें, ऐसा कबीर साहेब का कथन है.धर्म और परोपकार करना, दान सेवा करने से धन नहीं घटना, देखो नदी सदैव बहती रहती है, परन्तु उसका जल कम नहीं होता है। धर्म करके स्वयं देख लो, कभी भी धन की धारा कम नहीं होगी।
Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं कबीर के दोहों को अर्थ सहित, कबीर भजन, आदि को सांझा करती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें

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