कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है लिरिक्स Kaise Na Ithlau Main Lyrics
कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है लिरिक्स Kaise Na Ithlau Main Lyrics
कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है,कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है,
बरसाना मिला है बरसाना मिला है,
बरसाना मिला है,
कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।
जप तप साधना की बस की नहीं है,
देवल किशोरी की करुणा भई है,
रोम रोम ये खिला है बरसाना मिला है,
मेरा रोम रोम ये खिला है बरसाना मिला है,
कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।
तेरी कृपा से बरसाने आना बना,
तेरी रहमत जो देखी दीवाना बना,
एक झलक जिसने भी देख ली आपकी,
वहीं पागल हुआ दीवाना बना।
जबसे मेरा बरसाने में आना जाना हो गया,
जबसे मेरा बरसाने में आना जाना हो गया,
राधे राधे सुनते सुनते यह दीवाना हो गया,
कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।
सोचने से पहले होता प्रबंध है,
कैसे बताऊं आनंद ही आनंद है,
शिकवा न कोई गिला है बरसाना मिला है,
कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।
किसीको जमाने की शोहरत मिली है,
मैं तो अपने मुकद्दर पर कुर्बान जाऊं,
मुझे मेरी श्यामा की चौखट मिली है,
कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।
वृज वासी के टुकड़ों पे पले हरी दासी,
संतों के पीछे पीछे चले हरी दासी,
जीवन का यही सिलसिला है,
बरसाना मिला है,
कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।
कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है | Barsana Radha Rani Ji Hit Bhajan | Sadhvi Purnima Ji | #बाँसुरी
कृष्ण और बरसाना का संबंध हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। कृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ था, लेकिन उनका बचपन बरसाना में बीता था। बरसाना, राधा की जन्मभूमि है। कृष्ण और राधा के प्रेम की कहानी हिंदू धर्म में एक लोकप्रिय कथा है और इसे अक्सर भजनों और गीतों में गाया जाता है। जन्म: कृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ था, लेकिन जन्म के समय ही उन्हें कंस से बचाने के लिए बरसाना में राधा के पिता वृषभानु के घर भेज दिया गया था।
बचपन: कृष्ण ने अपना बचपन बरसाना में ही बिताया था। उन्होंने बरसाना में ही अपनी बाल लीलाएं की थीं।
प्रेम: कृष्ण और राधा का प्रेम बरसाना में ही शुरू हुआ था। वे अक्सर बरसाना में एक साथ खेलते थे और प्रेम करते थे। याद: कृष्ण और राधा की प्रेम कहानी बरसाना में आज भी जीवित है। बरसाना में हर साल राधाष्टमी पर एक बड़ा मेला लगता है, जिसमें दुनिया भर से लोग आते हैं। कृष्ण और बरसाना के संबंध को एक प्रेम कहानी के रूप में भी देखा जा सकता है। कृष्ण और राधा की प्रेम कहानी हिंदू धर्म में एक आदर्श प्रेम कहानी है और इसे अक्सर भजनों और गीतों में गाया जाता है। यह कहानी हमें बताती है कि प्रेम एक शक्तिशाली शक्ति है जो सभी बाधाओं को पार कर सकती है।
बरसाना, कृष्ण और राधा की प्रेम कहानी के अलावा, एक और महत्वपूर्ण कारण से भी प्रसिद्ध है। बरसाना, गोकुल के पास स्थित एक छोटा सा गांव है। गोकुल, कृष्ण के बचपन की जगह है। बरसाना में कई मंदिर हैं, जिनमें राधा-कृष्ण मंदिर, राधाकुंड और बरसाना ठाकुर जी का मंदिर शामिल हैं।
बरसाना, कृष्ण और राधा के प्रेम के लिए एक महत्वपूर्ण जगह है। यह जगह हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है और दुनिया भर से लोग यहां आते हैं।
बचपन: कृष्ण ने अपना बचपन बरसाना में ही बिताया था। उन्होंने बरसाना में ही अपनी बाल लीलाएं की थीं।
प्रेम: कृष्ण और राधा का प्रेम बरसाना में ही शुरू हुआ था। वे अक्सर बरसाना में एक साथ खेलते थे और प्रेम करते थे। याद: कृष्ण और राधा की प्रेम कहानी बरसाना में आज भी जीवित है। बरसाना में हर साल राधाष्टमी पर एक बड़ा मेला लगता है, जिसमें दुनिया भर से लोग आते हैं। कृष्ण और बरसाना के संबंध को एक प्रेम कहानी के रूप में भी देखा जा सकता है। कृष्ण और राधा की प्रेम कहानी हिंदू धर्म में एक आदर्श प्रेम कहानी है और इसे अक्सर भजनों और गीतों में गाया जाता है। यह कहानी हमें बताती है कि प्रेम एक शक्तिशाली शक्ति है जो सभी बाधाओं को पार कर सकती है।
बरसाना, कृष्ण और राधा की प्रेम कहानी के अलावा, एक और महत्वपूर्ण कारण से भी प्रसिद्ध है। बरसाना, गोकुल के पास स्थित एक छोटा सा गांव है। गोकुल, कृष्ण के बचपन की जगह है। बरसाना में कई मंदिर हैं, जिनमें राधा-कृष्ण मंदिर, राधाकुंड और बरसाना ठाकुर जी का मंदिर शामिल हैं।
बरसाना, कृष्ण और राधा के प्रेम के लिए एक महत्वपूर्ण जगह है। यह जगह हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है और दुनिया भर से लोग यहां आते हैं।