कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है, कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है, बरसाना मिला है बरसाना मिला है, बरसाना मिला है, कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।
जप तप साधना की बस की नहीं है, देवल किशोरी की करुणा भई है, रोम रोम ये खिला है बरसाना मिला है,
मेरा रोम रोम ये खिला है बरसाना मिला है, कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।
तेरी कृपा से बरसाने आना बना, तेरी रहमत जो देखी दीवाना बना, एक झलक जिसने भी देख ली आपकी, वहीं पागल हुआ दीवाना बना।
जबसे मेरा बरसाने में आना जाना हो गया,
New Bhajan 2023 Lyrics in Hindi
जबसे मेरा बरसाने में आना जाना हो गया, राधे राधे सुनते सुनते यह दीवाना हो गया, कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।
सोचने से पहले होता प्रबंध है, कैसे बताऊं आनंद ही आनंद है, शिकवा न कोई गिला है बरसाना मिला है, कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।
किसीको जमाने की शोहरत मिली है, मैं तो अपने मुकद्दर पर कुर्बान जाऊं, मुझे मेरी श्यामा की चौखट मिली है, कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।
वृज वासी के टुकड़ों पे पले हरी दासी, संतों के पीछे पीछे चले हरी दासी, जीवन का यही सिलसिला है, बरसाना मिला है, कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।
कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है | Barsana Radha Rani Ji Hit Bhajan | Sadhvi Purnima Ji | #बाँसुरी
कृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ था, लेकिन उनका बचपन बरसाना में बीता था। बरसाना, राधा की जन्मभूमि है। कृष्ण और राधा के प्रेम की कहानी हिंदू धर्म में एक लोकप्रिय कथा है और इसे अक्सर भजनों और गीतों में गाया जाता है। जन्म: कृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ था, लेकिन जन्म के समय ही उन्हें कंस से बचाने के लिए बरसाना में राधा के पिता वृषभानु के घर भेज दिया गया था।