माया छाया एक सी बिरला जाने कोय मीनिंग Maya Chhaya Ek Si Hindi Meaning : Kabir Ke Dohe
माया छाया एक सी, बिरला जाने कोय।
भागता के पीछे लगे, सम्मुख भागे सोय॥
Maya Chhaya Ek Si, Birala Jane Koy,
Bhagata Ke Pichhe lage, Sammukh Bhage Soy.
कबीर के दोहे के शब्दार्थ Kabir Doha Word Meaning in Hindi
- माया : माया, धन दौलत, मान सम्मान आदि।
- छाया : जैसे छाया स्थाई नहीं होती है।
- एक सी : एक जैसी ही हैं, जैसे माया और छाया स्थाई रूप से एक स्थान पर नहीं रहते हैं।
- बिरला जाने कोय : बिरला ही / कोई विशेष ही इसे जान पाता है।
- भागता के पीछे लगे : जो माया के से डरकर भागते हैं, उनके पीछे माया अधिक शक्ति से लग जाती है।
- सम्मुख भागे सोय: सामना करने पर माया भाग जाती है।
कबीर के दोहे का हिंदी में अर्थ / भावार्थ Kabir Doha Hindi Meaning
कबीर दास जी के दोहे "माया छाया एक सी, बिरला जाने कोय । भागता के पीछे लगे, सम्मुख भागे सोय" के माध्यम कबीर साहेब कहते हैं मानव जीवन में माया और छाया दोनों ही भ्रामक हैं और स्थाई नहीं है, ये अपना स्थान बदलती रहती हैं। माया के स्वरुप को कोई बिरला (ज्ञानी) ही जान पाता है. इससे डरकर भागने से माया और अधिक पीछा करती है अपने जाल में फंसाने की कोशिश करती है लेकिन इसका सामना करने पर यह उलटे पाँव भाग जाती है। अतः सन्देश है की माया से डरने की आवश्यकता नहीं अपितु इसका मुकाबला करने की आवश्यकता है।