प्रेम दा प्याला श्याम, मैनूं वी पिला दे, बंसरी बजा के अज, मैनूं वी नचा दे।
प्रेम विच्च तेरे, जीवन बितावां मैं, जिथ्थे वी लै चले, तेरे नाल आवां मैं, सुदामा वाला प्यार, अज मेरे ते लुटा दे, बंसरी बजा के अज, मैनूं वी नचा दे, प्रेम दा प्याला श्याम, मैनूं वी पिला दे।
जग वाले मोह विच्च, कानू डुब्बी रेंहदी मैं, प्यार विच खोके तैनूं, अपना मै केंहदी मैं, अर्जुन वाला ज्ञान, अज मैनूं वी सुना दे, बंसरी बजा के अज, मैनूं वी नचा दे, प्रेम दा प्याला श्याम, मैनूं वी पिला दे।
प्रेम विच्च तेरे हुण, ऐनी डुब्ब जावां मैं, जग वाला मेला छड़, तेरी हो जावां मैं, मीरां वाला रंग, अज मेरे ते चढ़ा दे, बंसरी बजा के अज, मैनूं वी नचा दे, प्रेम दा प्याला श्याम, मैनूं वी पिला दे।
दुनिया छड़ हुण, तां वृन्दावन वसया ऐ, रास रचाके दिल, सारया दा खिचया ऐ, रास लीला रस अज, दासी नूं नचा दे, बंसरी बजा के अज, मैनूं वी नचा दे, प्रेम दा प्याला श्याम, मैनूं वी पिला दे।