साईं इतना दीजिये जा में कुटुम समाय मीनिंग अर्थ Saai Itana Dijiye Hindi Meaning : Kabir Ke Dohe
साईं इतना दीजिये, जा में कुटुम समाय।
मैं भी भूखा न रहूँ, साधु ना भूखा जाय॥
मैं भी भूखा न रहूँ, साधु ना भूखा जाय॥
या
साईं इतना दीजिये, जामे कुटुंब समाये।
मैं भी भूखा न रहूँ, साधू न भूखा जाए।
मैं भी भूखा न रहूँ, साधू न भूखा जाए।
Saai Itana Dijiye, Jame Kutumb Samay,
Main Bhi Bhukha Na Rahu, Sadhu Na Bhuka Jay.
दोहे का हिंदी अर्थ Sai Itana Dijiye Meaning
साहेब विरक्त सन्त हैं लेकिन जीवन के यथार्थ को अच्छी तरह से पहचाना और मानवीय समता तथा आत्म-सम्मान को प्रतिष्ठित किया। वे ईश्वर से प्रार्थना करते हैं की हे ईश्वर मुझे सांसारिक सुख सुविधाओं से अधिक लेना देना नहीं है। मुझे आप बस इतना दीजिये जिससे की मेरा गुजारा हो सके और मेरे द्वार पर आया संत भी भूखा ना जाए। अतः जिससे मेरा पोषण हो सके, गुजारा चल सके मुझे बस इतना ही धन दीजिये।
साहेब की वाणी है की ईश्वर से अधिक धन दौलत की कामना मत करो, जिससे गुजारा चल जाए, घर पर आया कोई व्यक्ति भूखा भी ना जाए, इतना काफी है। साहेब अधिक धन संग्रह का विरोध करते हैं और माया से अधिक लगाव से भी दूर रहने का सन्देश देते हैं।कबीर दास जी इस दोहे में सन्देश देते हैं कि हे ईश्वर से कामना करते हैं की उनको आवश्यकता अनुसार धन और संपत्ति ही दी जाय, वे अधिक धन और संपत्ति की कामना नहीं करते हैं। वे चाहते हैं कि उनके परिवार के सदस्यों को भूखा नहीं रहना पड़े, और उनके घर से कोई भी भूखा नहीं जाये, बस इतना ही काफी है ।
संत कबीर दास ईश्वर से यह प्रार्थना करते हैं कि हे भगवान, कृपया मुझे इतना धन, अन्न और जल प्रदान करें जिससे मैं अपनी पेटी भर सकूँ, अपने गुजारे में सकारात्मक बदलाव ला सकूँ, और किसी भी साधू या आगंतुक की भूख को दूर कर सकूँ।
कबीर दोहा हिंदी शब्दार्थ Kabir Dohe Ka Shabdaarth Hindi
- इतना : इतना ही (जिससे परिवार का गुजारा चल सके)
- दीजिये : मुझे दीजिये
- जा में : जिसमे
- साईं – ईश्वर, प्रभु, भगवान, परमात्मा (निराकार ईश्वर)
- कुटुंब- परिवार, सम्बन्धित, रिश्तेदार
- समाय : समां जाए, गुजारा चल सके।
- साधू – मेहमान, आगन्तुक, भिखारी.
Author - Saroj Jangir
दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं कबीर के दोहों को अर्थ सहित, कबीर भजन, आदि को सांझा करती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें। |