सवेरे उठ राम राम राम राम भजन

सवेरे उठ राम राम राम राम कहियो भजन

 
सवेरे उठ राम राम राम राम कहियो भजन

सवेरे उठ राम राम राम राम कहियो,
राम राम राम राम राम श्याम श्याम कहियो,
सवेरे उठ राम राम राम राम कहियो।

किसके अंगना में गंगा बहत है,
कौन करै स्नान,
सवेरे उठ राम राम राम राम कहियो।

भोले जी के अंगना में गंगा बहत है,
गोरा करें स्नान,
सवेरे उठ राम राम राम राम कहियो।

किसके अंगना में तुलसी का बिडला,
कौन कर पूजा पाठ,
सवेरे उठ राम राम राम राम कहियो।

रामजी के अंगना में तुलसा का बिडला,
सीता कर पूजा पाठ,
सवेरे उठ राम राम राम राम कहियो।

किसके अंगना में गैया बहुत है,
कौन करे गैया दान,
सवेरे उठ राम राम राम राम कहियो।

किसके अंगना में लक्ष्मी बहुत है,
कौन करे रखवाली,
सवेरे उठ राम राम राम राम कहियो।

भक्तों के अंगना में लक्ष्मी बहुत है,
विष्णु करे रखवाली,
सवेरे उठ राम राम राम राम कहिए।


SAWARE UTH RAM RAM KAHIYE।।सवेरे उठ राम राम राम राम कहियो 
 
सवेरे उठते ही राम-राम का जाप जीवन को पवित्रता से भर देता है, जैसे भोर की पहली किरण अंधेरे को मिटा दे। भोलेनाथ के आंगन में गंगा की धारा बहती है, गोरा स्नान कर पाप धो लेते हैं, वहीं रामजी के आंगन में तुलसी का बिडला सीता जी पूजती हैं। यह जाप हमें जोड़ता है उन दिव्य स्थानों से जहां हर वस्तु पूजा योग्य है।

भगवान के आंगन में गायत्री और लक्ष्मी का वास है, भक्तों के घर लक्ष्मी विराजमान रहती हैं, विष्णु भगवान रखवाली करते हैं। गंगा स्नान से मन शुद्ध होता है, तुलसी पूजा से सुख आता है, गाय दान से पुण्य मिलता है। सुबह का यह जाप दिन को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देता है।

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