बेटा जाये क्या हुआ कहा बजावे थाल Beta Jaye Kya Hua Meaning : Kabir Ke Dohe Hindi Arth/Bhavarth
बेटा जाये क्या हुआ, कहा बजावे थाल |
आवन जावन होय रहा, ज्यों कीड़ी का नाल ||
Beta Jaye Kya Hua, Kaha Bajave Thal,
Aavan Javan Hoy Raha, Jyo Kidi Ka Nal
कबीर के दोहे का हिंदी मीनिंग (अर्थ/भावार्थ) Kabir Doha (Couplet) Meaning in Hindi
पुत्र के जन्म पर जश्न मनाने वाले व्यक्तियों को कबीर साहेब का सन्देश है की क्या हुआ जो तुमने बेटे को जन्म दिया है या तुम्हारे घर पर बेटे का जन्म हुआ है। तुम क्यों थाली बजा रहे हो। आना जाना तो लगा ही रहता है जैसे की कीड़ी का नाल (चींटियां एक कतार में चलकर एक रास्ते का निर्माण करती हैं जिसे कीड़ी नाल कहते हैं ) जन्म मरण चलता रहता है। इसलिए ईश्वर की भक्ति करना और अपने जीवन को सफल करना ही महत्वपूर्ण है। इस दोहे में कबीर साहेब सांसारिक मोह-माया से लोगों को सावधान करते हैं। वे कहते हैं कि इस दुनिया में जन्म और मृत्यु एक निरंतर प्रक्रिया है। कोई भी व्यक्ति इस चक्र से बच नहीं सकता। इसलिए, हमें इस दुनिया में किसी भी चीज़ से ज्यादा प्रीत स्थापित नहीं करनी चाहिए.