दादी के चरणों में गिरकर आसूँ मोती बन जाते

दादी के चरणों में गिरकर आसूँ  मोती बन जाते


दादी के चरणों में गिरकर आँसू मोती बन जाते,
हो जाते बेकार अगर ये कहीं और बह जाते,
दादी के चरणों में गिरकर आँसू मोती बन जाते।

घुटकर अंदर-अंदर जब दिल का दर्द उबलता है,
बाँध तोड़कर पलक़ों के आँसू का दरिया बहता है,
बह जाते हैं आँसू, पर इनको हल्का कर जाते,
दादी के चरणों में गिरकर आँसू मोती बन जाते।

उसके आगे क्या रोना, जो मोल न आँसू का जाने,
अंतरमन की पीड़ा केवल अंतर्यामी जाने,
बोल नहीं सकते जो हम, कुछ वो आँसू कह जाते,
दादी के चरणों में गिरकर आँसू मोती बन जाते।

ममतामयी दादी माँ को देख पिघल जाती,
लाल के बहते आँसू में उसकी करुणा भी बह जाती,
माँ की गोद से ज्यादा बच्चे और कहाँ सुख पाते,
दादी के चरणों में गिरकर आँसू मोती बन जाते।


दादी के चरणों में आसूँ Dadi ke charno me aasu !! Rani Sati Dadi Bhajan !! Ujjwal Khakoliya

ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
 

पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।

 
Song - Dadi ke charno me aasu
Singer - Ujjwal Khakoliya
Lyrics - Lal ji sharma
Music- Vidyut da

Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें

Next Post Previous Post