रात भादों की थी छाई काली घटा कृष्णा जन्माष्टमी भजन लिरिक्स Raat Bhado Ki Thi Lyrics

जन्माष्टमी हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है जो भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के अवसर पर मनाया जाता है। यह त्योहार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन, भक्त भगवान कृष्ण के मंदिरों में जाते हैं और उनकी पूजा-अर्चना करते हैं। वे व्रत रखते हैं, भजन गाते हैं, और भगवान कृष्ण की कथाएँ सुनते हैं।

जन्माष्टमी का महत्व कई कारणों से है। सबसे पहले, यह भगवान कृष्ण के जन्म का उत्सव है, जो हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण देवता हैं। भगवान कृष्ण को भगवान विष्णु का आठवां अवतार माना जाता है। उन्होंने अपने जीवन में कई चमत्कार किए और अधर्मियों का नाश किया।

दूसरा, जन्माष्टमी एक समय है जब भक्त भगवान कृष्ण के आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए प्रार्थना करते हैं। वे भगवान कृष्ण से अपने जीवन में खुशी, शांति और समृद्धि की कामना करते हैं।

तीसरा, जन्माष्टमी एक समय है जब भक्त एक-दूसरे के साथ मिलते हैं और भगवान कृष्ण के जन्म का जश्न मनाते हैं। यह एक अवसर है जब परिवार और दोस्त एक साथ आते हैं और एक-दूसरे के साथ खुशी साझा करते हैं।

जन्माष्टमी के दिन, भक्त भगवान कृष्ण को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के कार्यक्रम आयोजित करते हैं। कुछ मंदिरों में भगवान कृष्ण की मूर्तियों का अभिषेक किया जाता है। अन्य मंदिरों में भजन-कीर्तन और भजन गाए जाते हैं। कई घरों में विशेष व्यंजन बनाए जाते हैं और भगवान कृष्ण को भोग लगाया जाता है।

जन्माष्टमी एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो कई कारणों से मनाया जाता है। यह भगवान कृष्ण के जन्म का उत्सव है, यह एक समय है जब भक्त भगवान कृष्ण के आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए प्रार्थना करते हैं, और यह एक समय है जब भक्त एक-दूसरे के साथ मिलते हैं और भगवान कृष्ण के जन्म का जश्न मनाते हैं।


Naye Bhajano Ke Lyrics

रात भादों की थी छाई काली घटा कृष्णा जन्माष्टमी भजन लिरिक्स Raat Bhado Ki Thi Lyrics : Krishna Janmashtmi Bhajan

रात भादों की थी,
छाई काली घटा,
कृष्ण का जन्म लेना,
गजब हो गया,
पहरे दार सभी,
सो गए जेल के,
माया भगवन की रचना,
गजब हो गया,
रात भादोंं की थी,
छाई काली घटा।

लेके मोहन को,
वसुदेव गोकुल चले,
नाम भगवन का,
ह्रदय में लेके चले,
देखे यमुना के तट पे,
है मोहन खड़े,
पैर यमुना का छुना,
गजब हो गया,
रात भादोंं की थी,
छाई काली घटा।

जाके गोकुल से,
वसुदेव लाए लली,
और मोहन को छोड़ा,
लली की जगह,
जब सुबह को खबर,
कंस ने ये सुनी,
उसका धीरज ना बंधना,
गजब हो गया,
रात भादोंं की थी,
छाई काली घटा।

दौड़ा दौड़ा गया,
वो पापी जेल में,
लेके फोरन चला,
वो उसे मारने,
ज्यूँ ही कन्या को,
ऊपर उठाने लगा,
उसको ऊपर उठाना,
गजब हो गया,
रात भादोंं की थी,
छाई काली घटा।

उसने चाहा की मारू,
शिला से इसे,
छुट के वो गई,
कन्या आकाश में,
करने आकाश वाणी,
वो कन्या लगी,
तेरा कन्या को मारना,
गजब हो गया,
रात भादोंं की थी,
छाई काली घटा।

रात भादों की थी,
छाई काली घटा,
कृष्ण का जन्म लेना,
गजब हो गया,
पहरे दार सभी,
सो गए जेल के,
माया भगवन की रचना,
गजब हो गया,
रात भादोंं की थी,
छाई काली घटा।
 



Raat Bhado Ki Jai Kali Ghata video

 
जन्माष्टमी का महत्त्व बहुत अधिक है। यह हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो भगवान विष्णु के आठवें अवतार, श्रीकृष्ण के जन्मदिन को मनाता है। यह हिंदू कैलेंडर के भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर मनाया जाता है। यह भारत, नेपाल और अन्य हिंदू बहुल देशों में मनाया जाता है।

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