रात भादों की थी छाई काली जन्माष्टमी भजन

जन्माष्टमी हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है जो भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के अवसर पर मनाया जाता है। यह त्योहार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन, भक्त भगवान कृष्ण के मंदिरों में जाते हैं और उनकी पूजा-अर्चना करते हैं। वे व्रत रखते हैं, भजन गाते हैं, और भगवान कृष्ण की कथाएँ सुनते हैं।

Naye Bhajano Ke Lyrics

रात भादों की थी छाई काली घटा कृष्णा जन्माष्टमी भजन

रात भादों की थी,
छाई काली घटा,
कृष्ण का जन्म लेना,
गजब हो गया,
पहरे दार सभी,
सो गए जेल के,
माया भगवन की रचना,
गजब हो गया,
रात भादोंं की थी,
छाई काली घटा।

लेके मोहन को,
वसुदेव गोकुल चले,
नाम भगवन का,
ह्रदय में लेके चले,
देखे यमुना के तट पे,
है मोहन खड़े,
पैर यमुना का छुना,
गजब हो गया,
रात भादोंं की थी,
छाई काली घटा।

जाके गोकुल से,
वसुदेव लाए लली,
और मोहन को छोड़ा,
लली की जगह,
जब सुबह को खबर,
कंस ने ये सुनी,
उसका धीरज ना बंधना,
गजब हो गया,
रात भादोंं की थी,
छाई काली घटा।

दौड़ा दौड़ा गया,
वो पापी जेल में,
लेके फोरन चला,
वो उसे मारने,
ज्यूँ ही कन्या को,
ऊपर उठाने लगा,
उसको ऊपर उठाना,
गजब हो गया,
रात भादोंं की थी,
छाई काली घटा।

उसने चाहा की मारू,
शिला से इसे,
छुट के वो गई,
कन्या आकाश में,
करने आकाश वाणी,
वो कन्या लगी,
तेरा कन्या को मारना,
गजब हो गया,
रात भादोंं की थी,
छाई काली घटा।

रात भादों की थी,
छाई काली घटा,
कृष्ण का जन्म लेना,
गजब हो गया,
पहरे दार सभी,
सो गए जेल के,
माया भगवन की रचना,
गजब हो गया,
रात भादोंं की थी,
छाई काली घटा।
 



Raat Bhado Ki Jai Kali Ghata video

जन्माष्टमी का महत्त्व बहुत अधिक है। यह हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो भगवान विष्णु के आठवें अवतार, श्रीकृष्ण के जन्मदिन को मनाता है। यह हिंदू कैलेंडर के भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर मनाया जाता है। यह भारत, नेपाल और अन्य हिंदू बहुल देशों में मनाया जाता है।
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