मुरली वाले श्याम, तुमको आना होगा, भक्तों को दरश, दिखाना होगा, राधे रानी को भी, संग में लाना होगा, मुरली वाले श्याम, तुमको आना होगा, भक्तों को दरश, दिखाना होगा।
मुरली वाले श्याम, तुमको आना होगा, भक्तों को दरश, दिखाना होगा, राधे रानी को भी, संग में लाना होगा, मुरली वाले श्याम, तुमको आना होगा, भक्तों को दरश, दिखाना होगा।
Krishna Janmashtami Bhajan | मुरलीवाले श्याम तुमको आना होगा | Shri Krishna Ji Bhajan | Krishna Ji
श्री कृष्ण मुरली और रास लीला के लिए प्रसिद्ध हैं। उनकी मुरली की धुन इतनी मोहक थी कि गोपियाएं उसे सुनकर मदहोश हो जाती थीं। वे कृष्ण के साथ रास लीला करने के लिए उत्सुक रहती थीं। कृष्ण भी गोपियों से बहुत प्यार करते थे और उन्हें खुश करने के लिए हमेशा कुछ न कुछ करते रहते थे।
कृष्ण की मुरली की धुन की तुलना अक्सर भगवान शिव की त्रिशूल से की जाती है। कहा जाता है कि जिस तरह त्रिशूल से दुष्टों का नाश होता है, उसी तरह कृष्ण की मुरली की धुन से मोह और कामवासना का नाश होता है।