सबसे पहले तुम्हे मनाऊं भजन लिरिक्स

सबसे पहले तुम्हे मनाऊं भजन

प्रथमे गौरा जी को वंदना,
द्वितीये आदि गणेश,
त्रितिये सीमरु शारदा,
मेरे कण्ठ करो प्रवेश।

सबसे पहले तुम्हे मनाऊं,
गौरी सूत महाराज,
तुम हो देवों के सरताज,
दूंद दूंदाला सूंड सुन्डाला,
मस्तक मोटा कान,
तुम हो देवों के सरताज।

गंगाजल स्नान कराऊं,
केसर चंदन तिलक लगाऊं,
रंग बिरंगे फूल मैं लाऊँ,
सजा सजा तुमको पहनाऊं,
लम्बोदर गज्वद्न विनायक,
राखो मेरी लाज,
तुम हो देवों के सरताज।

जो गणपति को प्रथम मनाता,
उसका सारा दुख मिट जाता,
रिद्धि सिध्दि सुख सम्पति पाता,
भव से बेड़ा पार हो जाता,
मेरी नैया पार करो,
मैं तेरा लगाऊं ध्यान,
तुम हो देवों के सरताज।

पार्वती के पुत्र हो प्यारे,
सारे जग के तुम रखवाले,
भोलेनाथ है पिता तुम्हारे,
सूर्य चन्द्रमा मस्तक धारे,
मेरे सारे दुख मिट जाये,
देवों यही वरदान,
तुम हो देवों के सरताज।।


सबसे पहले तुम्हे मनाऊं,
गौरी सूत महाराज,
तुम हो देवों के सरताज,
दूंद दूंदाला सूंड सुन्डाला,
मस्तक मोटा कान,
तुम हो देवों के सरताज।
 



Sudd Sundala - सूड़ सूंडाला | Latest Gujarati Garba Bhakti 2018 | Manish Tiwari & Mix |
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