श्री कृष्ण जी को "सांवरिया" कहा जाता है क्योंकि उनका रंग सांवला है। हिंदू धर्म में, सांवला रंग अक्सर सुंदरता और आकर्षण का प्रतीक होता है। कृष्ण जी को उनकी सुंदरता और आकर्षण के लिए जाना जाता है। कृष्ण जी को "सांवरिया" कहा जाने का एक और कारण यह है कि वे अक्सर गोकुल के गोपियों के बीच रहते थे। गोपियाएं अक्सर कृष्ण जी की सुंदरता और आकर्षण की प्रशंसा करती थीं। वे कृष्ण जी को "सांवरिया" कहकर पुकारती थीं। कृष्ण जी को "सांवरिया" कहा जाना एक प्यारा और सम्मानजनक तरीका है। यह उनके सुंदरता, आकर्षण और गोपियों के साथ उनके गहरे संबंध का प्रतीक है।
साँवरियो है सेठ म्हारी राधा जी सेठाणी है
साँवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठाणी है, साँवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठाणी है, ये तो जाने दुनिया सारी है, साँवरियो है सेठ...........।
राजाओं के राजा, महारानी की रानी, सिरमौर मुकुट साजे, जोड़ी बड़ी प्यारी, दरबार है प्यारा, राधा के संग साजे, सुने पलने सेठ, सुने पलने सेठ, सुने पलने सेठाणी है, ये तो जाने दुनिया सारी है, साँवरियो है सेठ...........।
सांवरियां राधा जी, भक्ता पे है राजी, करे घणो लाड है, भंडार लुटावे है, हर बात बणावे है, भक्ता रा ठाट है, देवे छप्पर फाड़, देवे छप्पर फाड़, नही इनसो कोई दानी है, ये तो जाने दुनिया सारी है, साँवरियो है सेठ...........।
सुख दुख मे साँवरियो, सुख दुख मे राधा जी, सदा तेरे साथ है, मेरी चिंता दुर करे, मेरी विपदा दुर करे, रख लेवे बात है, भक्ता रो तो काम, भक्ता रो तो काम, बस एक हाजरी लगानी है, ये तो जाने दुनिया सारी है, साँवरियो है सेठ...........।
साँवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठाणी है, साँवरियों है सेठ, म्हारी राधा जी सेठाणी है, ये तो जाने दुनिया सारी है, साँवरियो है सेठ...........।
Sanwariyo Hai Seth || Pujya Jaya Kishori Ji,Chetna || Top krishna Bhajan 2016 #Sci
श्री कृष्ण जी को हिंदू धर्म में एक दैवीय व्यक्ति के रूप में पूजा जाता है। उन्हें भगवान विष्णु के आठवें अवतार के रूप में माना जाता है। कृष्ण जी को उनकी सुंदरता, आकर्षण, साहस, बुद्धि और दया के लिए जाना जाता है। श्री कृष्ण जी के कई नाम हैं, जिनमें से प्रत्येक का अपना अर्थ है।