ऊँचा महल चुनाइया सुबरन कली दुलाय हिंदी मीनिंग Uncha Mahal Chunaiya Meaning : Kabir Ke Dohe Hindi Arth Sahit/Hindi Bhavarth
ऊँचा महल चुनाइया, सुबरन कली दुलाय |वे मंदिर खाली पड़े रहै मसाना जाय ||
Uncha Mahal Chunaiya, Subaran Kali Dulay,
Ve Mandir Khali Pade Rahe Masana Jay.
Ve Mandir Khali Pade Rahe Masana Jay.
ऊँचा महल चुनाइया, सुबरन कली ढुलाय।
वे मंदिर खाली पड़े, रहे मसाना जाय।।
वे मंदिर खाली पड़े, रहे मसाना जाय।।
कबीर के दोहे का हिंदी मीनिंग (अर्थ/भावार्थ) Kabir Doha (Couplet) Meaning in Hindi
जीवन की उपयोगिता के सम्बन्ध में कबीर साहेब का कथन है की ऊँचा महल बनाकर उस पर सोने की/स्वर्ण की कली करवाते हो, आज में महल (मंदिर) खाली पड़े हैं और उनका वास आठ शमसान में है। आशय है की काल सभी को एक रोज अपना शिकार बना लेता है। यह दोहा एक व्यक्ति के अहंकार और उसके परिणामों पर कटाक्ष करता है। व्यक्ति ने अपने धन और शक्ति का उपयोग करके एक ऊँचा मंदिर बनवाया। उसने स्वर्णमय स्वर्ण का रंग करवाया। लेकिन यह मंदिर भी एक दिन खाली पड़ गया, और मंदिर बनवाने वाला व्यक्ति भी श्मशान में जा बसा।