वो कृष्ण मुरार है लिरिक्स Wo Krishna Murar Hai Lyrics
जो चुराके खाता,माखन हर बार है,
वो नंद का लाला,
कृष्ण मुरार है,
जिसकी बंशी पे,
राधा तलबग़ार है,
वो कृष्ण मुरार है,
वो कृष्ण मुरार है।
चक्र सुदर्शन धर के,
दुष्टों का ये संहार करता,
उंगली पे पर्वत रखके,
भक्तों की रक्षा ये करता,
जिसका श्याम,
कलयुग में अवतार है,
वो किशन मुरार है,
वो किशन मुरार है,
बृज की गोपियाँ सारी,
सबके हैं ये प्यारे,
राधा संग रास रचाएँ,
गोकुल राज दुलारे,
जिसका दीवाना,
सारा ही संसार है,
वो किशन मुरार है,
वो कृष्ण मुरार है।
यशोदा माँ ने पाल्यो,
माँ देवकी के जनमें,
इनको खेल निरालो,
शंका नही है मनमें,
विपिन जिसके,
लाखों चमत्कार है,
वो कृष्ण मुरार है,
वो कृष्ण मुरार है।