यह भजन माँ भवानी की महिमा का वर्णन करता है। भजन में कहा गया है कि माँ भवानी के दरबार में सभी के काम बन जाते हैं। वह हर बार सभी की झोली भर देती हैं, और पापी को भी राह दिखाती हैं। भजन में माँ भवानी के झुंझुनू स्थित दरबार का भी वर्णन किया गया है। भजनकार माँ भवानी से प्रार्थना करता है कि वह उसे अपनी भक्ति में लीन रहने की शक्ति प्रदान करे।
दरबार में बनते हैं काम मावड़ी लिरिक्स Jhunjhunu Aachcha Lage Se Lyrics
दरबार में बनते हैं काम मावड़ीदरबार में बनते हैं काम मावड़ी,
पर्चे यह देखे कई बार मावड़ी।
झोली सब की भरती,
हर बार मावड़ी,
पापी को भी,
देती है तार मावड़ी।
तेरा झुंझुनू में दरबार,
प्यारा प्यारा सिंगार,
भक्तों पर दादी प्यार,
मने अच्छा लागे से।
तेरी चुनरी की छांव,
पार करती जो नाव,
देख भगता को भाव,
मन अच्छा लगे से।
तेरा झुंझुनू में दरबार,
प्यारा प्यारा सिंगार,
भक्तों पर दादी प्यार,
मने अच्छा लागे से।
तेरी चुनरी की छांव,
पार करती जो नाव,
देख भगता को भाव,
मन अच्छा लगे से।
दादी मावस पर मेला,
थारा होवे भारी,
दर्शन को आते,
लाखों नर नारी,
दरबार में बनते हैं काम मावड़ी,
पर्चे हैं देखे कई बार मावड़ी।
थारी मेहंदी रची लाल,
देखो चुनरी या लाल,
तारे अपने तू लाल,
मन अच्छा लगे से।
तेरे दर पर आना,
चरणों में बैठ जाना,
भाव दिल का सुनाना,
मन अच्छा लगे से।
थारी मेहंदी रची लाल,
देखो चुनरी या लाल,
तारे अपने तू लाल,
मन अच्छा लगे से।
तेरे दर पर आना,
चरणों में बैठ जाना,
भाव दिल का सुनाना,
मन अच्छा लगे से।
थारे दर आके हो जावे जी राजी,
देख थाने हिवडो जो खिल जासी,
दरबार में बनते हैं काम मावड़ी,
पर्चे यह देखे कई बार मावड़ी।
चाले थारे पर ही जोर,
सतीयारी सिरमौर,
खींचा आना तेरी ओर,
मन अच्छा लगे से।
निखिल माई को रिझाना,
माई में ही रम जाना,
माई नाम गुण गाना,
मन अच्छा लगे से।
चाले थारे पर ही जोर,
सतीयारी सिरमौर,
खींचा आना तेरी ओर,
मन अच्छा लगे से।
निखिल माई को रिझाना,
माई में ही रम जाना,
माई नाम गुण गाना,
मन अच्छा लगे से।
ओम श्री रानी सत्ये नमः,
ओम श्री रानी सत्ये नमः,
ओम श्री रानी सत्ये नमः,
ओम श्री रानी सत्ये नमः,
ओम श्री रानी सत्ये नमः,
ओम श्री रानी सत्ये नमः,
ओम श्री रानी सत्ये नमः।