लप लप जीभ निकाली, रण चली भवानी, ध्याऊँ तो मैया ने ध्याऊँ, और न ध्याऊँ कोय, और सौ दुश्मन में चला जाऊ, तो मेरा बाल न बांका होय।
कर के अखियाँ लाल, माँ निकल रण में, ज्वाला धधक रही है, माँ तेरे नैनन में, तो कहते है, लप लप लप लप लप लप, अरे लप लप जीभ निकली, रण चली भवानी, लप लप जीभ निकली, रण चली भवानी, चली रे भवानी, रण चली रे भवानी, नी माँ मुण्डल माला धारी, हो रण चली रे भवानी, लप लप जीभ निकली, रण चली भवानी।
माथे पे मुकुट कान में बाली, नी माँ मुंडुल मालाधारी, रण चली रे भवानी, लप लप जीभ निकली, रण चली रे भवानी।
दानव मारन चली रे भवानी, लेकर फरसाधारी, रण चली रे भवानी, लप लप जीभ निकली, रण चली रे भवानी।
बड़ी बड़ी मैया ने, आँखे निकाली, प्यारी प्यारी मैया ने, आँखे निकाली, आज भई मतवाली, रण चली रे भवानी, लप लप जीभ निकली, रण चली रे भवानी।
लाल तुम्हारा अर्जी लगाये, चरणों मे तेरे शीश झुकाए, माँ रक्षा करो हमारी, रण चली रे भवानी, लप लप जीभ निकली, रण चली रे भवानी।
प्रेम से बोलो जय माता दी, सारे बोलो जय माता दी, मिलकर बोलो जय माता दी, सारे बोलो जय माता दी, जय कारा शेरा वाली दा, बोल साँचे दरबार की जय, श्री राज राजेश्वरी जग जननी माँ, परम्बाललिता महात्रिपुरा सुंदरी, श्री सर्वशक्ति बिजासन रानी की जय।
माता भजन - Chhappan Indori - लप लप जीभ निकाली रण चली भवानी ft. Krishna Pawar, Rakesh Tiwari#56indori