मुझे दुनिया की परवाह नहीं लिरिक्स Mujhe Duniya Ki Parvah Nahi Lyrics
मुझे दुनिया की परवाह नहीं,मेरा सांवरिया से नाता है,
मेरा सांवरिया से नाता है,
दुनिया तो सारी मतलब की,
यहाँ कौन किसी का होता है,
मुझे दुनिया की परवाह नहीं,
मेरा सांवरिया से नाता है।
अब श्याम सहारा तेरा है,
तेरे दर से गुज़ारा मेरा है,
तू तो मेरा है हाय तू तो मेरा है,
अब जीवन के हर सुख दुख में,
मेरे काम श्याम ही आता है,
मुझे दुनिया की परवाह नहीं,
मेरा सांवरिया से नाता है।
दर दर पे भटकना छोड़ दिया,
झूठी दुनिया से मुख को मोड़ लिया,
अब छोड़ दिया हो मुख मोड़ लिया,
फीके दुनिया के रंग सभी,
मने श्याम रंग ही भाता है,
मुझे दुनिया की परवाह नहीं,
मेरा सांवरिया से नाता है।
अब चिंता नहीं कुछ करने की,
ना जीने की ना मरने की,
ना मरने की ना कुछ करने की,
करता तो सब है सांवरिया,
बस नाम मेरा हो जाता है,
मुझे दुनिया की परवाह नहीं,
मेरा सांवरिया से नाता है।
क्या कमी है अब तुम साथ मेरे,
किसी और की क्या दरकार मुझे,
हाय अब साथ मेरे तुम साथ मेरे,
तेरी रहमत से जिन्नी तेरा,
अब जग में मौज उड़ाता है,
मुझे दुनिया की परवाह नहीं,
मेरा सांवरिया से नाता है।
Mujhe Duniya Ki Parvah Nahi | मुझे दुनिया की परवाह नहीं | Mera Sawariya Se Nata Hai | Shivam Sukhija
यह एक बहुत ही सुंदर और प्रेरणादायक भजन है। यह भजन एक भक्त की भगवान कृष्ण के प्रति अपनी गहरी भक्ति और प्रेम को व्यक्त करता है।
भजन की पहली पंक्ति में, भक्त कहता है कि उसे दुनिया की कोई परवाह नहीं है क्योंकि उसका भगवान कृष्ण से नाता है। वह मानता है कि दुनिया केवल मतलब की है और किसी का कोई नहीं है।
भजन की दूसरी पंक्ति में, भक्त कहता है कि अब उसका एकमात्र सहारा भगवान कृष्ण हैं। वह अपने जीवन के हर सुख और दुख में भगवान कृष्ण की मदद पर निर्भर है।
भजन की तीसरी पंक्ति में, भक्त कहता है कि उसने दुनिया की झूठी बातों से मोह छोड़ दिया है। वह अब केवल भगवान कृष्ण के रंग में रंगना चाहता है।
भजन की चौथी पंक्ति में, भक्त कहता है कि उसे अब कुछ भी करने की चिंता नहीं है। वह जानता है कि भगवान कृष्ण उसके लिए सब कुछ करेंगे।
भजन की अंतिम पंक्ति में, भक्त कहता है कि अब उसे भगवान कृष्ण के साथ रहने में कोई कमी नहीं है। वह किसी और की कोई जरूरत नहीं है। वह भगवान कृष्ण की कृपा से इस दुनिया में खुशी से रह रहा है।
यह भजन हमें यह सिखाता है कि भगवान कृष्ण ही हमारे जीवन का एकमात्र उद्देश्य हैं। जब हम भगवान कृष्ण की भक्ति में डूब जाते हैं, तो हम दुनिया की सभी चिंताओं और परेशानियों से मुक्त हो जाते हैं। हम एक खुशहाल और संतोषजनक जीवन जीने लगते हैं।
यह भजन उन लोगों के लिए एक विशेष प्रेरणा है जो जीवन में संघर्ष कर रहे हैं। यह उन्हें यह याद दिलाता है कि भगवान कृष्ण हमेशा उनके साथ हैं और उन्हें हर कदम पर मदद करेंगे।
भजन की पहली पंक्ति में, भक्त कहता है कि उसे दुनिया की कोई परवाह नहीं है क्योंकि उसका भगवान कृष्ण से नाता है। वह मानता है कि दुनिया केवल मतलब की है और किसी का कोई नहीं है।
भजन की दूसरी पंक्ति में, भक्त कहता है कि अब उसका एकमात्र सहारा भगवान कृष्ण हैं। वह अपने जीवन के हर सुख और दुख में भगवान कृष्ण की मदद पर निर्भर है।
भजन की तीसरी पंक्ति में, भक्त कहता है कि उसने दुनिया की झूठी बातों से मोह छोड़ दिया है। वह अब केवल भगवान कृष्ण के रंग में रंगना चाहता है।
भजन की चौथी पंक्ति में, भक्त कहता है कि उसे अब कुछ भी करने की चिंता नहीं है। वह जानता है कि भगवान कृष्ण उसके लिए सब कुछ करेंगे।
भजन की अंतिम पंक्ति में, भक्त कहता है कि अब उसे भगवान कृष्ण के साथ रहने में कोई कमी नहीं है। वह किसी और की कोई जरूरत नहीं है। वह भगवान कृष्ण की कृपा से इस दुनिया में खुशी से रह रहा है।
यह भजन हमें यह सिखाता है कि भगवान कृष्ण ही हमारे जीवन का एकमात्र उद्देश्य हैं। जब हम भगवान कृष्ण की भक्ति में डूब जाते हैं, तो हम दुनिया की सभी चिंताओं और परेशानियों से मुक्त हो जाते हैं। हम एक खुशहाल और संतोषजनक जीवन जीने लगते हैं।
यह भजन उन लोगों के लिए एक विशेष प्रेरणा है जो जीवन में संघर्ष कर रहे हैं। यह उन्हें यह याद दिलाता है कि भगवान कृष्ण हमेशा उनके साथ हैं और उन्हें हर कदम पर मदद करेंगे।
- मुझे माँ की कृपा मिल गई भजन लिरिक्स Mujhe Maa Ki Kripa Lyrics
- मुझे तूने मैया बहुत कुछ दिया है भजन लिरिक्स Maiya Tune Bahut Kuch Diya Lyrics
- तेरी पूजा करूं दिन रात भजन लिरिक्स Teri Puja Karu Din Rat Lyrics
- उड़ जा काले कावा उड़के मैया के भवन में जाना लिरिक्स Ud Jaa Kale Kava Lyrics
- ऊँचे पहाड़ो वाली मैया आई है लिरिक्स Unche Pahado Wali Maiya Lyrics