मुझे दुनिया की परवाह नहीं लिरिक्स
मुझे दुनिया की परवाह नहीं लिरिक्स
मुझे दुनिया की परवाह नहीं,मेरा सांवरिया से नाता है,
मेरा सांवरिया से नाता है,
दुनिया तो सारी मतलब की,
यहाँ कौन किसी का होता है,
मुझे दुनिया की परवाह नहीं,
मेरा सांवरिया से नाता है।
अब श्याम सहारा तेरा है,
तेरे दर से गुज़ारा मेरा है,
तू तो मेरा है हाय तू तो मेरा है,
अब जीवन के हर सुख दुख में,
मेरे काम श्याम ही आता है,
मुझे दुनिया की परवाह नहीं,
मेरा सांवरिया से नाता है।
दर दर पे भटकना छोड़ दिया,
झूठी दुनिया से मुख को मोड़ लिया,
अब छोड़ दिया हो मुख मोड़ लिया,
फीके दुनिया के रंग सभी,
मने श्याम रंग ही भाता है,
मुझे दुनिया की परवाह नहीं,
मेरा सांवरिया से नाता है।
अब चिंता नहीं कुछ करने की,
ना जीने की ना मरने की,
ना मरने की ना कुछ करने की,
करता तो सब है सांवरिया,
बस नाम मेरा हो जाता है,
मुझे दुनिया की परवाह नहीं,
मेरा सांवरिया से नाता है।
क्या कमी है अब तुम साथ मेरे,
किसी और की क्या दरकार मुझे,
हाय अब साथ मेरे तुम साथ मेरे,
तेरी रहमत से जिन्नी तेरा,
अब जग में मौज उड़ाता है,
मुझे दुनिया की परवाह नहीं,
मेरा सांवरिया से नाता है।
मेरा सांवरिया से नाता है,
दुनिया तो सारी मतलब की,
यहाँ कौन किसी का होता है,
मुझे दुनिया की परवाह नहीं,
मेरा सांवरिया से नाता है।
अब श्याम सहारा तेरा है,
तेरे दर से गुज़ारा मेरा है,
तू तो मेरा है हाय तू तो मेरा है,
अब जीवन के हर सुख दुख में,
मेरे काम श्याम ही आता है,
मुझे दुनिया की परवाह नहीं,
मेरा सांवरिया से नाता है।
दर दर पे भटकना छोड़ दिया,
झूठी दुनिया से मुख को मोड़ लिया,
अब छोड़ दिया हो मुख मोड़ लिया,
फीके दुनिया के रंग सभी,
मने श्याम रंग ही भाता है,
मुझे दुनिया की परवाह नहीं,
मेरा सांवरिया से नाता है।
अब चिंता नहीं कुछ करने की,
ना जीने की ना मरने की,
ना मरने की ना कुछ करने की,
करता तो सब है सांवरिया,
बस नाम मेरा हो जाता है,
मुझे दुनिया की परवाह नहीं,
मेरा सांवरिया से नाता है।
क्या कमी है अब तुम साथ मेरे,
किसी और की क्या दरकार मुझे,
हाय अब साथ मेरे तुम साथ मेरे,
तेरी रहमत से जिन्नी तेरा,
अब जग में मौज उड़ाता है,
मुझे दुनिया की परवाह नहीं,
मेरा सांवरिया से नाता है।
Mujhe Duniya Ki Parvah Nahi | मुझे दुनिया की परवाह नहीं | Mera Sawariya Se Nata Hai | Shivam Sukhija
यह भजन एक भक्त की भगवान कृष्ण के प्रति अपनी गहरी भक्ति और प्रेम को व्यक्त करता है। भजन की पहली पंक्ति में, भक्त कहता है कि उसे दुनिया की कोई परवाह नहीं है क्योंकि उसका भगवान कृष्ण से नाता है। वह मानता है कि दुनिया केवल मतलब की है और किसी का कोई नहीं है।