दुर्गे तुम्हारी जय हो अम्बे तुम्हारी जय हो

दुर्गे तुम्हारी जय हो अम्बे तुम्हारी जय हो

(मुखड़ा)
दुर्गे तुम्हारी जय हो,
अम्बे तुम्हारी जय हो,
नव रूप धारती माँ,
महागौरी तेरी जय हो,
दुर्गे तुम्हारी जय हो,
अम्बे तुम्हारी जय हो।।

(अंतरा)
ब्रह्मांड धारती हो,
दुखियों को तारती हो,
त्रिभुवन की स्वामिनी माँ,
ब्रह्माणी तेरी जय हो,
दुर्गे तुम्हारी जय हो,
अम्बे तुम्हारी जय हो।।

ज्वाला हो, वैष्णवी हो,
माँ तुम ही लक्ष्मी हो,
शारदे तुम्हीं हो बुद्धि,
शक्ति तुम्हारी जय हो,
दुर्गे तुम्हारी जय हो,
अम्बे तुम्हारी जय हो।।

सावित्री, गायत्री हो,
माँ तुम ही भारती हो,
अब तेरी आरती हो,
सब बोले तेरी जय हो,
दुर्गे तुम्हारी जय हो,
अम्बे तुम्हारी जय हो।।

(अंतिम पुनरावृत्ति)
दुर्गे तुम्हारी जय हो,
अम्बे तुम्हारी जय हो,
नव रूप धारती माँ,
महागौरी तेरी जय हो,
दुर्गे तुम्हारी जय हो,
अम्बे तुम्हारी जय हो।।
 


Hemlata Shastri Ji Bhajan | दुर्गे तुम्हारी जय हो | देवी हेमलता शास्त्री जी | Mata Ke Bhajan

भजन : दुर्गे तुम्हारी जय हो, देवी हेमलता शास्त्री जी
Bhajan : Durge Tumhari Jai Ho by‪@devihemlatashastriji‬ 

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