एहसान तेरे इतने कैसे मैं चुकाऊंगा भजन
एहसान तेरे इतने,
कैसे मैं चुकाऊँगा,
क्या क्या किया है तुमने,
कैसे मैं भुलाऊँगा,
एहसान तेरे इतने,
कैसे मैं चुकाऊंगा।
कभी सुख भी नहीं पाया,
हरदम ही दुख उठाया,
गैरों की क्या कहे हम,
अपनों ने ही रुलाया,
जो टूट गए रिश्ते,
कैसे मैं निभाऊँगा,
क्या क्या किया है तुमने,
कैसे मैं भुलाऊँगा,
एहसान तेरे इतने,
कैसे मैं चुकाऊंगा।
ये सच है जमाने में,
कन्हैया ने संभाला है,
अटके जो मुश्किलों में,
इसने ही निकाला है,
बाकी ये बचा जीवन,
सेवा में बिताऊँगा,
क्या क्या किया है तुमने,
कैसे मैं भुलाऊँगा,
एहसान तेरे इतने,
कैसे मैं चुकाऊंगा।
मिला साथ तेरा जबसे,
संवरी है जिंदगानी,
क्या थे क्या हो गए है,
सब तेरी मेहरबानी,
जो प्यार मिला तुमसे,
सबको मैं बताऊँगा,
क्या क्या किया है तुमने,
कैसे मैं भुलाऊँगा,
एहसान तेरे इतने,
कैसे मैं चुकाऊंगा।
ये सच है श्याम तेरे,
कर्जदार ही रहेंगे,
मोहित कहे असल क्या,
ना ब्याज दे सकेंगे,
इतना है दिया तुमने,
कितना मैं दिखाऊँगा,
क्या क्या किया है तुमने,
कैसे मैं भुलाऊँगा,
एहसान तेरे इतने,
कैसे मैं चुकाऊंगा।
एहसान तेरे इतने,
कैसे मैं चुकाऊंगा,
क्या क्या किया है तुमने,
कैसे मैं भुलाऊँगा,
एहसान तेरे इतने,
कैसे मैं चुकाऊंगा।
एहसान तेरे इतने कैसे मैं चुकाऊंगा | Ehsan Tere Itne kaise Mein | Mukesh Bagda | Shri Shyam Bhajan
Ehsaan tere itne,
Kaise main chukaunga,
Kya kya kiya hai tumne,
Kaise main bhulaunga,
Ehsaan tere itne,
Kaise main chukaunga.