(मुखड़ा) ऊँचे ऊँचे पर्वत पे, शारदा माँ का डेरा है, मतलब की दुनिया में, सच्चा प्रेम तेरा है, ऊँचे ऊँचे पर्वत पे, मैया का बसेरा है, मतलब की दुनिया में, सच्चा प्रेम तेरा है।।
(अंतरा) अपनी सारी जिंदगी, हमने तेरे नाम कर दी, खुशियां या गम देना, अंबे माँ तेरी मर्जी, तू जो चाहे होवे शाम, चाहे तो सवेरा है, मतलब की दुनिया में, सच्चा प्रेम तेरा है।।
सूरत नैनों में बसा, अँखियों में बंद कर लूँ, देवी मैया तुझसे, बातें मैं चंद कर लूँ, देखूँ तुझे जी भर के, यही ख्वाब मेरा है, मतलब की दुनिया में, सच्चा प्रेम तेरा है।।
रोते रोते जो आते, मुस्कान ले जाते हैं, खोया जो जीवन में, सुख सारे पाते हैं, कटे तेरी कृपा से माँ, दुखों का ये घेरा है, मतलब की दुनिया में, सच्चा प्रेम तेरा है।।
(अंतिम पुनरावृत्ति) ऊँचे ऊँचे पर्वत पे, शारदा माँ का डेरा है, मतलब की दुनिया में, सच्चा प्रेम तेरा है, ऊँचे ऊँचे पर्वत पे, मैया का बसेरा है, मतलब की दुनिया में, सच्चा प्रेम तेरा है।।
Unche Unche Parvat Pe Sharda Maa l ऊँचे ऊँचे पर्वत पे शारदा माँ l Navratri Special Mata Bhajan
Album - Unche Unche Parvat Pe Sharda Maa Ka Dera Hai Song - Unche Unche Parvat Pe Sharda Maa Ka Dera Hai Singer - Avinash Karn, Tara Devi Lyrics - Subhash Bose