चलो ना सांवरे के दर वहीं दिन बीत जायेंगे
चलो ना सांवरे के दर,
वहीं दिन बीत जायेंगे,
चलो ना सांवरे के दर,
वहीं दिन बीत जायेंगें,
सुना है भजनों से रीझे,
नये हम गीत गायेंगे,
चलो ना सांवरे के दर,
वहीं दिन बीत जायेंगें।
सुना है हार कर जो भी,
शरण में इनके आता है,
के देखे ना कभी फिर हार,
सहारा जब वो पाता है,
अभी तक हारते आये,
के हम भी जीत जायेंगे,
चलो ना सांवरे के दर,
वहीं दिन बीत जायेंगें।
गुनाह जो करते है पापी,
सुना वो दीद यहां करते,
है मिलती माफी उनको भी,
गले से वो भी है लगते,
गुनाह होंगे हमारे माफ,
हमें भी मीत बनायेंगें,
चलो ना सांवरे के दर,
वहीं दिन बीत जायेंगें।
सुना है प्रेम का प्रेमी,
इसे बस प्रेम आता है,
तभी तो दानी है ये श्याम,
के करुणा ही बहाता है,
कहे निर्मल के श्याम के दर से,
हम भी प्रीत पायेंगे,
चलो ना सांवरे के दर,
वहीं दिन बीत जायेंगें।
एकादशी स्पेशल : चलो ना सांवरे के दर - Sanjay Mittal - Khatu Shyam Bhajan 2019 #Saawariya