जब से तुम संग लौ लगाई लिरिक्स
जब से तुम संग लौ लगाई लिरिक्स
जब से तुम संग लौ लगाई,
मैं बड़ी मस्ती में हूं,
करके तुम संग आशनाई,
मैं बड़ी मस्ती में हूं।
छा गई आंखों में दिल में,
बस तेरी दीवानगी,
तू ही तू बस दे दिखाई,
मैं बड़ी मस्ती में हूं।
बांकी चितवन सांवरी,
मनमोहनी सुरत तेरी,
जब से दिल में है समाई,
मैं बड़ी मस्ती में हूं।
अब तलक है गूंजती,
बांसुरी ये रसमयी,
तान जो तुमने सुनाई,
मैं बड़ी मस्ती में हूं।
ना मजा सुख में ना दुख में,
दर्द का अहसास है,
वैद तू तू ही है दवाई,
मैं बड़ी मस्ती में हूं।
ना तमन्ना दौलतों की,
शोहरतों की दास को,
नाम की करते कमाई,
मैं बड़ी मस्ती में हूं,
जब से तुम संग लौ लगाई,
मैं बड़ी मस्ती में हूं।
मैं बड़ी मस्ती में हूं,
करके तुम संग आशनाई,
मैं बड़ी मस्ती में हूं।
छा गई आंखों में दिल में,
बस तेरी दीवानगी,
तू ही तू बस दे दिखाई,
मैं बड़ी मस्ती में हूं।
बांकी चितवन सांवरी,
मनमोहनी सुरत तेरी,
जब से दिल में है समाई,
मैं बड़ी मस्ती में हूं।
अब तलक है गूंजती,
बांसुरी ये रसमयी,
तान जो तुमने सुनाई,
मैं बड़ी मस्ती में हूं।
ना मजा सुख में ना दुख में,
दर्द का अहसास है,
वैद तू तू ही है दवाई,
मैं बड़ी मस्ती में हूं।
ना तमन्ना दौलतों की,
शोहरतों की दास को,
नाम की करते कमाई,
मैं बड़ी मस्ती में हूं,
जब से तुम संग लौ लगाई,
मैं बड़ी मस्ती में हूं।
जब से तुम संग लौं लगाई मैं बड़ी मस्ती में हूँ | Jab Se Tum Sang Lau Lagai | Khatu Shyam Bhajan
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