बुरा जो देखन मैं चला बुरा न मिलिया कोय मीनिंग Bura Jo Dekhan Main Chala Meaning : Kabir Ke Dohe Hindi Arth Sahit
बुरा जो देखन मैं चला, बुरा न मिलिया कोय।
जो दिल खोज्यो आपना, मुझसा बुरा न कोय।।
Bura Jo Dekhan Main Chala, Bura Na Miliya Koy,
Jo Dil Khoja Aapna, Mujhsa Bura Na Ko
जो दिल खोज्यो आपना, मुझसा बुरा न कोय।।
Bura Jo Dekhan Main Chala, Bura Na Miliya Koy,
Jo Dil Khoja Aapna, Mujhsa Bura Na Ko
हिंदी व्याख्या : कबीर साहेब आत्म चिन्तन पर बल देते हुए कहते हैं की व्यक्ति जगत में सभी लोगों में बुराई को पाता है, वह सोचता है की उसे कैसे बुरे लोग मिले हैं लेकिन जब वह अपने हृदय में देखता है, चित्त में देखता है तो उसे स्वंय से बुरा कोई भी नहीं मिलता है। वह पाता है की उससे बुरा व्यक्ति कोई नहीं है, उसमें भी कई बुराइयां हैं। आशय है की व्यक्ति को स्वंय का मुलांकन करना चाहिए और स्वंय के अवगुणों को रेखांकित करना चाहिए। इसके उपरान्त ही वह सत्य को जान सकता है।