कैकई तूने जुलम कर डाला भजन लिरिक्स Kekaiyi Tune Julam Kar Dala Lyrics

कैकई तूने जुलम कर डाला भजन लिरिक्स Kekaiyi Tune Julam Kar Dala Lyrics


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कैकई तूने जुलम कर डाला,
वन में भेजे सीताराम,
मैया तूने जुलम कर डाला,
वन में भेजे सीताराम,
भेज सीताराम वन में,
भेजे सीताराम।

राम बिना मारी सुनी अयोध्या,
लक्मण बिना ठकुराई,
सीता बिना मेरी सुनी रसोई,
कोन करे चतुराई,
मैया तूने जुलम कर डाला,
वन में भेजे सीताराम।

आगे आगे राम चलत है,
पीछे लक्मण भाई,
वाके पीछे चले जानकी,
राजा जनक की जाई,
मैया तूने जुलम कर डाला,
वन में भेजे सीताराम।

सावन बरस भादवो बरसे,
पवन चले पुरवाई,
एक वृक्ष निचे भीगे जानकी,
धूजे लक्मण भाई,
मैया तूने जुलम कर डाला,
वन में भेजे सीताराम।

केवे भरत जी सुण माँ कैकई,
या कई कुबद कमाई,
राम लखन वनवास भेजिया,
तुलसी दास जस गाई,
मैया तूने जुलम कर डाला,
वन में भेजे सीताराम.

मैय्या तूने जुलम कर डाला | Maiya Tune Juram Kar Daro | Hanuman Bhajan | Ramnivas Rao Rajasthani


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