केवल शीश है खाटू में है ये झूठी बात
केवल शीश है खाटू में,
है ये झूठी बात,
मेरी हर ख़ुशी के पीछे,
है श्याम तुम्हारा हाथ।
टूटी फूटी कुटिया को,
तूने सजाया हाथों से,
ख़ुशी का तिनका चुन चुनकर के,
श्याम लगाया हाथों से,
तेरी हाथों से चलते है,
घर मेरा परिवार,
केवल शीश है खाटू में,
है ये झूठी बात।
हाथ है तेरा सिर पे बाबा,
ये एहसास होता है,
सिर पे जब तू ऊंगली फिराए,
ये विश्वास होता है,
मेरा हाथ पकड़ के बाबा,
चलता तू मेरे साथ,
केवल शीश है खाटू में,
है ये झूठी बात।
हाथ में लेकर मोरछड़ी,
वो चमत्कार दिखाया है,
लगा के झाड़ा मोरछड़ी का,
मुर्दे को भी नचाया है,
बाबा तेरे हाथ के जैसा,
नहीं हाथ कोई है यहाँ,
केवल शीश है खाटू में,
है ये झूठी बात।
जब भी ठोकर खाया बाबा,
जब भी लड़खड़ाया मैं,
बनवारी लगा जोर का धक्का,
फिर भी गिर ना पाया मैं,
तेरे हाथों का सहारा,
बाबा है मुझको या,
केवल शीश है खाटू में,
है ये झूठी बात।
केवल शीश है खाटू में है ये झूठी बात | Kewal Sheesh Hai Khatu Mein | Khatushyam Bhajan 2024