सब मिल खुशियां मनाओ जग में लिरिक्स Sab Mil Khushiya Manao Lyrics
सब मिल खुशियां,
मनाओ जग में,
आनन्द आज जी,
आया पर्व पर्युषण,
प्रभु गुण गाओ भाव थी,
घर घर खुशियां छाई ,
आनन्द उत्सव आज जी,
आया पर्व पर्युषण,
प्रभु गुण गाओ भाव थी।
छोड़ प्रमाद तुम,
धर्मध्यान करो जी,
सामायिक प्रतिक्रमण,
पौषध करो जी,
दान शियल तप,
जीवन में उतारो जी,
आया पर्व पर्युषण,
प्रभु गुण गाओ भाव थी।
वैर विरोध तुम,
दिल में ना रखना,
शुद्ध सरल और,
सात्विक रहना,
जप तप करके करो,
आत्मोद्धार जी,
आया पर्व पर्युषण,
प्रभु गुण गाओ भाव थी।
नव वांचना और,
कल्पसूत्र सुनो जी,
अहिंसा परमो धर्म,
जीवन का सार जी,
वैभव संगी खमावे,
सर्व जीवों ने हाथ जोड़कर,
आया पर्व पर्युषण,
प्रभु गुण गाओ भाव थी।
"Aaya Parv Paryushan" ! आया पर्व पर्युषण" Vaibhav Soni Latest Jain Parv Paryushan Song 2021
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