सुनता है सबकी विनती मेरा भोलेनाथ
सुनता है सबकी विनती,
मेरा भोलेनाथ,
मेरा भोलेनाथ।
सुनता है सबकी विनती,
मेरा भोलेनाथ,
मैं भी जग से हार के आया,
थाम लो मेरा हाथ।
सुनता है सबकी विनती,
मेरा भोलेनाथ,
मैं भी जग से हार के आया,
थाम लो मेरा हाथ।
रो रही आंखें मेरी,
हंसता जमाना है,
मुश्किलों में घिर गया,
तेरा दिवाना है,
आजा अब तो तेरे बिन,
कौन सुने मेरी बात,
मैं भी जग से हार के आया,
थाम लो मेरा हाथ।
सुनता है सबकी विनती,
मेरा भोलेनाथ,
मैं भी जग से हार के आया,
थाम लो मेरा हाथ।
हर कदम पर क्यूं भला,
मैं मार खाता हूं,
जीतना चाहूं मगर,
मैं हार जाता हूं,
आजा अब तू देखले,
मेरे ये हालात,
मैं भी जग से हार के आया,
थाम लो मेरा हाथ।
सुनता है सबकी विनती,
मेरा भोलेनाथ,
मैं भी जग से हार के आया,
थाम लो मेरा हाथ।
Mera Bholenath | रो रही आँखें मेरी | Gajendra Pratap Singh | Nikhar Juneja | Ravindra Pratap Singh