तुम उठो सिया श्रृंगार करो
तुम उठो सिया श्रृंगार करो,
शिव धनुष राम ने तोड़ा है,
तोड़ा है तोड़ा है,
सीता से नाता जोड़ा है।
शीश सिया के चुनर है सोहे,
टिके की छवि न्यारी है,
न्यारी न्यारी क्या कहिये,
रघुवर को जानकी प्यारी है,
तुम उठो सिया श्रृंगार करो,
शिव धनुष राम ने तोड़ा है,
तोड़ा है तोड़ा है,
सीता से नाता जोड़ा है।
हाथ सिया के चूड़ी है सोहे,
कंगन की छवि न्यारी है,
न्यारी न्यारी क्या कहिये,
रघुवर को जानकी प्यारी है,
तुम उठो सिया श्रृंगार करो,
शिव धनुष राम ने तोड़ा है,
तोड़ा है तोड़ा है,
सीता से नाता जोड़ा है।
कमर सिया के तगड़ी सोहे,
झुमके की छवि न्यारी है,
न्यारी न्यारी क्या कहिये,
रघुवर को जानकी प्यारी है,
तुम उठो सिया श्रृंगार करो,
शिव धनुष राम ने तोड़ा है,
तोड़ा है तोड़ा है,
सीता से नाता जोड़ा है।
Ram Naam Bhajan 2024 | तुम उठो सिया श्रृंगार करो | 22 January | Anandpur bhajan #ram #rambhajan