मीठा बोलोनी राजस्थानी भजन

मीठा बोलोनी राजस्थानी भजन


ऐसी वाणी बोलिए,
कि मन का आपा खोय,
औरों को शीतल करे,
और आप ही शीतल होय।

शब्द संभलकर बोलिए,
शब्द के हाथ न पांव,
एक शब्द मन हर ले,
एक शब्द दे गहरा घाव।

अरे मीठा बोलो रे,
छोटी उम्र में थोड़ी जीवनो रे,
मीठा बोलो रे।

ओस सी उम्र है थोड़ी जीवनो रे,
मीठा बोलो रे।

यौवन जाता देख सकल,
बुढ़ापा आए, दिखा दे अकल।
ओस सी उम्र है थोड़ी जीवनो रे,
मीठा बोलो रे।

जड़ जाए फूल, बिखर जाए कलियां,
वाणी अमर रहे सदियों तक।
छोटी उम्र में थोड़ी जीवनो रे,
मीठा बोलो रे।

बिछड़े बाद फिर मिल न पाएं,
मन की टीस सदा रह जाए।
छोटी उम्र में थोड़ी जीवनो रे,
मीठा बोलो रे।

समझ पकड़, भैया संपत रखो,
राजाराम जी दे गए सीख।
छोटी उम्र में थोड़ी जीवनो रे,
मीठा बोलो रे।


'Mitha Boloni' - Mahendra Singh Rathore New Bhajan | Parshuram Mahadev Live | Rajasthani Bhajan

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