मुरली बजावे कान्हा गोपियाँ के साथ
मुरली बजावे कान्हा, गोपियाँ के साथ,
छम छम नाचे तो राधा रानी आज।
गाइयों का ग्वाला, ब्रज का दुलारा,
माखन चुराए कान्हा, रास रचाए।
छम छम नाचे वो आज, तू राधा संग नाच।
मुरली बजावे कान्हा, गोपियाँ के साथ।
मटकी फोड़े वृज के ग्वाले,
सबको छेड़े माँ तेरा लाला।
ओ कान्हा कान्हा, कमाल करो न,
अटकी नैया को पार करो न।
गाइयों का ग्वाला, ब्रज का दुलारा,
माखन चुराए कान्हा, रास रचाए।
छम छम नाचे वो आज, तू राधा संग नाच।
ना सताओ राधा को तुम,
तेरे धुन की वो है दीवानी।
कहता है जुबीन, ऐसा काज करो न,
कान्हा पे तुम नाज करो न।
गाइयों का ग्वाला, ब्रज का दुलारा,
माखन चुराए कान्हा, रास रचाए।
छम छम नाचे वो आज, तू राधा संग नाच।
मुरली बजाये कान्हा - Murli bajaye Kanha - Shyam bhajan - श्याम भजन 2020 - Zubeen Garg
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