आंसुड़ा री भेंट चढांवा जी
चौखट पे बैठा बाबा अर्जी लगावा जी,
तो अर्जी मैं आंसुड़ा री भेंट चढांवा जी,
अर्जी लगावा जी।
अर्जी में बाबा मैं तो कुटिया ही मांगी जी,
कुटिया ने महल बनाओ बाबा श्यामजी,
अर्जी लगावा जी।
अर्जी में बाबा मैं तो झोली फैलाई जी,
आंगन में लाल ने खिलाओ बाबो श्यामजी,
अर्जी लगावा जी।
अर्जी में थासु रोटी घरका की मांगी जी,
तो चाकर ने सेठ बनाओ बाबो श्यामजी,
अर्जी लगावा जी।
अर्जी में बाबा सारा दुखड़ो सुनावा जी,
तो दुखड़ो मिटा के सारा सुख बरसाओ जी,
अर्जी लगावा जी।
अर्जी में अमित बाबा थासू मांगे जी,
मांगे जन्मा जन्मा को रिश्तो बाबा आजकी,
अर्जी लगावा जी।
चौखट पे बैठा बाबा अर्जी लगावा जी,
तो अर्जी मैं आंसुड़ा री भेंट चढांवा जी,
अर्जी लगावा जी।
आंसूड़ा री भेंट AANSUDA RI BHENT || NEW SHYAM BHAJAN 2021 || AMIT BANSAL (HANUMANGARH )
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SONG : चौखट पर बैठ कर बाबा अर्जी लगावा जी
SINGER & LYRICIST : AMIT BANSAL ( HANUMANGARH ) CREATIVE : SURESH DADHICH
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