बैद्यनाथ सिद्ध मकरध्वज स्पेशल फायदे उपयोग खुराक Baidyanath Siddha Makardhwaj Special Benefits Uses

बैद्यनाथ सिद्ध मकरध्वज स्पेशल फायदे उपयोग खुराक Baidyanath Siddha Makardhwaj Special Benefits Uses

बैद्यनाथ सिद्ध मकरध्वज एक आयुर्वेदिक ओषधि है जिसे स्वर्ण भस्म, शुद्ध स्वर्ण, शुद्ध पारद, शुद्ध गंधक, शुद्ध सल्फर से निर्मित किया जाता है। यह ओषधि सामान्य कमजोरी को दूर करने में सहायक है। इस ओषधि से यौन दुर्बलता, नपुंसकता आदि दूर होती है। यह सामान्य कमजोरी, पुराने त्वचा विकारों को दूर करने और स्वसन तंत्र की कमजोरी को दूर करने के लिए यह ओषधि बहुत उपयोगी है। 
 
बैद्यनाथ सिद्ध मकरध्वज स्पेशल फायदे उपयोग खुराक Baidyanath Siddha Makardhwaj Special Benefits Uses

बैद्यनाथ सिद्ध मकरध्वज के घटक Composition of Baidyanath Siddh Makardhwaj

Swarna Bhasma, Shudda Swarna, Shuddha Parada, Shuddha Gandhaka, Purified Sulphur

बैद्यनाथ सिद्ध मकरध्वज स्पेशल के फायदे (मुख्य लाभ)

  • इस ओषधि के सेवन से यौन दुर्बलता दूर होती है और यह नपुंसकता को दूर करने में अत्यंत सहायक है।
  • बैद्यनाथ सिद्ध मकरध्वज ओषधि के सेवन से पुरानी कमजोरी, आलस्य और चक्कर आना आदि विकार दूर होते हैं।
  • इस ओषधि के सेवन से निमोनिया और तपेदिक और अन्य फेफड़ों से सम्बंधित विकार दूर होते हैं।
  • शरीर में स्फूर्ति और ऊर्जा भरने के लिए यह ओषधि उपयोगी है।
  • सिद्ध मकरध्वज के सेवन से बढ़ती उम्र के प्रभाव दूर होते हैं।
  • अवसाद और चिंता आदि विकारों में यह ओषधि उपयोगी है।
  • चिचिड़ा स्वभाव, क्रोध और अन्य मानसिक विकारों में यह ओषधि कारगर है। 
  • सिद्ध मकरध्वज शारीरिक एवं मानसिक दुर्बलता को दूर कर शरीर में नई ऊर्जा भरती है। 
  • इस ओषधि का सकारात्मक प्रभाव स्नायुमंडल, वात वाहिनी  नाड़ियों, मस्तिष्क और हृदय पर होता है। 
  • सिद्ध मकरध्वज ओषधि वीर्य व ओज में वृद्धि कर इनको पुष्ट करने में सहायक है। 
  • डायबिटीज में भी मकरध्वज वटी लाभकारी है।
  • वात–पित्त–कफ और त्रिदोष से उत्पन्न कई प्रकार के विकारों में लाभकारी है। 
  • अधिक हस्तमैथुन जनित कमजोरी को दूर कर शुक्राणु को पुष्ट करने और नपुंसकता को दूर करने में लाभकारी है। 
  • शीघ्रपतन, वीर्य का पतलापन विकारों में भी लाभकारी।

सिद्ध मकरध्वज की खुराक/सेवन विधि

सिद्ध मकरध्वज को आप चिकित्स्क की सलाह के उपरान्त 1-2 टेबलेट्स भोजन के उपरान्त ले सकते हैं। इसकी तासीर गर्म होती है इसलिए अधिक मात्रा में इसका सेवन नहीं करना चाहिए। इस ओषधि का सेवन मधु, मिश्री, मक्खन, मलाई, दूध आदि के साथ किया जाता है।

सुरक्षा सम्बन्धी निर्देश / Safety Information

  • इसके सेवन से पूर्व इसके लेबल को अवश्य पढ़ लें /Read the label carefully before use
  • इस ओषधि का सेवन मनमाने ढंग से ना करें, सेवन से पूर्व चिकित्सक की सलाह अवश्य ही प्राप्त कर लें /Do not self-medicate. Please consult your physician
  • चकित्सक के द्वारा बताई गई मात्रा से अधिक इसका सेवन नहीं करना चाहिए / Do not exceed the recommended dosage
  • इस ओषधि को धुप और नमी मुक्त स्थान पर स्टोर करना चाहिए / Store in a cool and dry place

सिद्ध मकरध्वज कहाँ से खरीदें

इस ओषधि को आप बैद्यनाथ की ऑफिसियल वेबसाइट से खरीद सकते हैं जिसका लिंक निचे दिया गया है -

सिद्ध मकरध्वज वटी क्या काम करती है?

सिद्ध मकरध्वज वटी शारीरिक और मानसिक कमजोरी को दूर करने, शीघ्रपतन, वीर्य की कमजोरी, स्तम्भन शक्ति का अभाव, नपुंसकता को दूर करने में होता है। 

अतः इस लेख में हमने जाना की सिद्ध मकरध्वज एक शास्त्रीय आयुर्वेदिक ओषधि है जिसमें मकरध्वज, स्वर्ण वंग, स्वर्ण भस्म (सोना), जावित्री (नटमेग), और मोती भस्म (मोती) का मिश्रण है। इससे प्राकृतिक रूप से प्रतिरक्षा बढ़ती है और जीवन शक्ति और स्थायिता बनाए रखने में मदद होती है।

आयुर्वेद में मकरध्वज वटी के बारे में उल्लेख

मकरध्वज वटी के बारे में आयुर्वेदिक ग्रंथों में निम्न वर्णन प्राप्त होता है -
सुवर्णं रजतं लौहं कस्तूरी मौत्तैंकं तथा।
जातीफलं च सर्वेषां प्रत्येकं तुल्यभागिकम्।।
लौहाच्च द्विगुणं देयं भस्मसूतं भिषग्वरै।
तत्तुल्यं चन्द्रसज्ञं च प्रवालं च तथैव च।।
सहस्रपुटितं चाभं लौहाच्चतुर्गुणं मतम्।
सर्वद्रव्यसमं देयं मकरध्वजचूर्णितम्।।
वारिणा वटिकाः कृत्वा भक्षयेच्च विधानत।
सर्वरोगहरी ह्येषा नास्ति कार्या विचारणा।।
वातपित्तोद्भवं वा।पि श्लेष्माणं च विशेषत।
आर्दकस्य रस श्चानु सन्निपातविनाशन।।
प्राकृं वैकृतं द्वद्वं त्रिदोषं च विनाशयेत्।
उन्मादं चानेकविधमज्ञानं वाङ्निरोधकम्।।
कान्तिपुष्टिकरी ह्येषा वलीपलितनाशिनी।
मकरध्वजवटी ख्याता नाम्ना च भाषिता स्वयम्।। भैषज्य रत्नावली. 74/85-91

पुरुषों के लिए सिद्ध मकरध्वज के क्या फायदे हैं?

सिद्ध मकरध्वज एक ओषधि है जिसके सेवन से सामान्य शारीरिक और मानसिक दुर्बलता दूर होती है। इसके सेवन से पुरुषों में नपुंसकता दूर होती है, स्तम्भन शक्ति का विकास होता है और वीर्य को पुष्ट करने में भी गुणाकरी है। यह ओषधि एक  प्राकृतिक कामोत्तेजक की भाँती काम करती है। इस ओषधि के सेवन से यौन दुर्बलता दूर होती है और टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ता है। 

मुझे सिद्ध मकरध्वज कब लेना चाहिए?

चिकित्सक की सलाह के उपरान्त भोजन उपरान्त 1-2 गोलियाँ का सेवन करना चाहिए। 

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