रे मन मुसाफिर निकलना पड़ेगा लिरिक्स Re Man Musafir Nikalana Padega Lyrics
रे मन मुसाफिर निकलना पड़ेगा,
रे मन मुसाफिर निकलना पड़ेगा,
काया कुटी को खाली करना पड़ेगा,
काया कुटी को खाली करना पड़ेगा।
भाड़े के क्वार्टर को तू ही संभाले,
जिस दिन तुझे घर का मालिक निकाले,
उसका किराया भी भरना पड़ेगा,
काया कुटी को खाली करना पड़ेगा।
आयेगा नोटिस जमानत ना होगी,
पल्ले अगर कुछ जमानत ना होगी,
हो करके कैद तुझे चलना पड़ेगा,
काया कुटी को खाली करना पड़ेगा।
यमराज की जब तुम अदालत चढ़ोगे,
पूछेगा हाकीम तो तुम क्या कहोगे,
पापों की अग्नि में जलना पड़ेगा,
काया कुटी को खाली करना पड़ेगा।
मेरी मत मानो यमराज तो मानेंयेंगें,
तेरे कर्म दंड तुझे मार के भगायेंगें,
घोर नरक बीच दुख सहना पड़ेगा,
काया कुटी को खाली करना पड़ेगा।
कहे गीता बंदे फिरेगा तू रोता,
लाख चौरासी में खायेगा गोता,
फिर फिर जन्म और मरना पड़ेगा,
काया कुटी को खाली करना पड़ेगा।
रे मन मुसाफिर निकलना पड़ेगा,
रे मन मुसाफिर निकलना पड़ेगा,
काया कुटी को खाली करना पड़ेगा,
काया कुटी को खाली करना पड़ेगा।
चेतावनी भजन | रे मन मुसाफिर निकलना पड़ेगा | Satsangi Bhajan | Chetawani Bhajan (Singer - Kajal Malik)
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Title ▹Re Mann Musafir Nikalna Padega
Artist ▹ Priyanka
Singer ▹Kajal Malik
Music ▹ Pardeep Panchal
Lyrics ▹ Traditional
Artist ▹ Priyanka
Singer ▹Kajal Malik
Music ▹ Pardeep Panchal
Lyrics ▹ Traditional
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