लिया है कान्हा ने अवतार लिरिक्स Liya Hai Kanha Ne Avtar Lyrics
खुल गए बंदी गृह के द्वार,
लिया है कान्हा ने अवतार,
खुल गए बंदी गृह के द्वार,
लिया है कान्हा ने अवतार,
प्रभु की ऐसी लीला छाई,
सो गए पहरेदार।
रात अंधेरी में भगवान ने,
देखो है अवतार लिया,
वासुदेव ने श्री कृष्ण को,
यशोदा घर छोड़ दिया,
कहां जन्मे हैं कहां लगाए,
खुशियों के अंबार,
खुल गए बंदी गृह के द्वार,
लिया है कान्हा ने अवतार,
प्रभु की ऐसी लीला छाई,
सो गए पहरेदार।
बांटे बधाई नंद बाबा और,
आज खुशी से झूम रहे,
धरती और अंबर भी देखो,
प्रभु की महिमा गा रहे,
शिव शंकर और ब्रह्मा जी,
करें वंदन बारंबार,
खुल गए बंदी गृह के द्वार,
लिया है कान्हा ने अवतार,
प्रभु की ऐसी लीला छाई,
सो गए पहरेदार।
आ करके धरती पर प्रभु ने,
सब पापों का नाश किया,
अत्याचारी कंस को देखो,
श्री कृष्ण ने मार दिया,
दास सिकंदर गाये,
प्रभु की महिमा अपरंपार,
खुल गए बंदी गृह के द्वार,
लिया है कान्हा ने अवतार,
प्रभु की ऐसी लीला छाई,
सो गए पहरेदार।
लिया है कान्हा ने अवतार | Prakash Gandhi | Liya Hai Kanha Ne Avtar | Krishna Janmashtami Bhajan 2024
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