तुम रूठी रहो माता हम तुमको मना लेंगे भजन
तुम रूठी रहो माता हम तुमको मना लेंगे भजन
(मुखड़ा)
तुम रूठी रहो माता,
हम तुमको मना लेंगे,
भावों में असर होगा,
घर बैठे बुला लेंगे।
भावों में असर होगा,
घर बैठे बुला लेंगे।
तुम रूठी रहो माता,
हम तुमको मना लेंगे।।
(अंतरा 1)
तुम कहती हो मैया,
तुम्हें कहाँ बिठाएंगे,
मन मंदिर में तेरी,
तस्वीर बसा लेंगे।
तुम रूठी रहो माता,
हम तुमको मना लेंगे।।
(अंतरा 2)
तुम कहती हो मैया,
तुम्हें क्या चढ़ाएंगे,
माँ, भक्ति का तुझको,
हम हार चढ़ा देंगे।
तुम रूठी रहो माता,
हम तुमको मना लेंगे।।
(अंतरा 3)
तुम कहती हो मैया,
तुम्हें क्या खिलाएंगे,
मेवा से मेरी माता,
तेरा भोग लगाएंगे।
तुम रूठी रहो माता,
हम तुमको मना लेंगे।।
(अंतरा 4)
तुम कहती हो मैया,
तुम्हें कहाँ सुलाएंगे,
फूलों से तेरी माता,
हम सेज सजा देंगे।
तुम रूठी रहो माता,
हम तुमको मना लेंगे।।
(पुनरावृत्ति / समापन)
तुम रूठी रहो माता,
हम तुमको मना लेंगे,
भावों में असर होगा,
घर बैठे बुला लेंगे।
भावों में असर होगा,
घर बैठे बुला लेंगे।
तुम रूठी रहो माता,
हम तुमको मना लेंगे।।
तुम रूठी रहो माता,
हम तुमको मना लेंगे,
भावों में असर होगा,
घर बैठे बुला लेंगे।
भावों में असर होगा,
घर बैठे बुला लेंगे।
तुम रूठी रहो माता,
हम तुमको मना लेंगे।।
(अंतरा 1)
तुम कहती हो मैया,
तुम्हें कहाँ बिठाएंगे,
मन मंदिर में तेरी,
तस्वीर बसा लेंगे।
तुम रूठी रहो माता,
हम तुमको मना लेंगे।।
(अंतरा 2)
तुम कहती हो मैया,
तुम्हें क्या चढ़ाएंगे,
माँ, भक्ति का तुझको,
हम हार चढ़ा देंगे।
तुम रूठी रहो माता,
हम तुमको मना लेंगे।।
(अंतरा 3)
तुम कहती हो मैया,
तुम्हें क्या खिलाएंगे,
मेवा से मेरी माता,
तेरा भोग लगाएंगे।
तुम रूठी रहो माता,
हम तुमको मना लेंगे।।
(अंतरा 4)
तुम कहती हो मैया,
तुम्हें कहाँ सुलाएंगे,
फूलों से तेरी माता,
हम सेज सजा देंगे।
तुम रूठी रहो माता,
हम तुमको मना लेंगे।।
(पुनरावृत्ति / समापन)
तुम रूठी रहो माता,
हम तुमको मना लेंगे,
भावों में असर होगा,
घर बैठे बुला लेंगे।
भावों में असर होगा,
घर बैठे बुला लेंगे।
तुम रूठी रहो माता,
हम तुमको मना लेंगे।।
तुम रूठी रहो माता हम तुमको मना लेंगे | Mata Rani Sharda Maa - Popular Devotional Song | SonaCassette
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Album - Maa Kyu Dala Pahad Pe Dera
Video - Tum Ruthe Raho Mata Ham Tumako Mana Lenge
Singer - Ashish Pandey "Akela" 9893764436
Music - Shiv Nandan Chauhan , Vasu
Lyrics - Aashish Pandey
Video - Tum Ruthe Raho Mata Ham Tumako Mana Lenge
Singer - Ashish Pandey "Akela" 9893764436
Music - Shiv Nandan Chauhan , Vasu
Lyrics - Aashish Pandey
भक्त का हृदय माँ के प्रति ऐसी अनन्य भक्ति से भरा है कि वह माँ के रूठने को भी एक प्रेम भरे संवाद का हिस्सा मानता है। यह भक्ति इतनी गहरी है कि भक्त अपने शुद्ध भावों और प्रेम से माँ को अपने हृदय में बुला लेता है, बिना किसी बाहरी साधन के। वह माँ को अपने मन के मंदिर में विराजमान करता है, जहाँ उनकी तस्वीर न केवल एक प्रतीक है, बल्कि माँ की उपस्थिति का जीवंत अनुभव है। यह भावना उस विश्वास को दर्शाती है कि माँ की कृपा भक्त के सच्चे प्रेम और श्रद्धा से ही प्रसन्न होकर उसके पास आती है, और उसका हर रूठना केवल भक्त के प्रेम को और गहरा करने का एक अवसर है। यह भक्ति का वह स्वरूप है, जो माँ और भक्त के बीच एक आत्मिक बंधन को रचता है, जो हर परिस्थिति में अटूट रहता है।
माँ के प्रति यह समर्पण केवल बाहरी पूजा तक सीमित नहीं, बल्कि भक्त के हृदय की गहराइयों से निकलता है। वह माँ को भक्ति का हार चढ़ाता है, जो सांसारिक उपहारों से कहीं अधिक मूल्यवान है, और उनके लिए फूलों की सेज सजाता है, जो उसके प्रेम और श्रद्धा का प्रतीक है। भक्त का यह विश्वास कि वह माँ को अपने भावों से मना लेगा, उसकी आंतरिक शक्ति और माँ के प्रति अटल विश्वास को दर्शाता है। माँ के लिए उसका भोग, चाहे वह मेवा हो या प्रेम, केवल उसकी भक्ति का एक और रूप है, जो माँ को प्रसन्न करता है। यह भक्ति का वह उत्सव है, जो भक्त को माँ के और करीब लाता है, और उसे यह अहसास कराता है कि माँ का प्रेम सदा उसके साथ है, चाहे वह रूठे या मुस्कुराए।
माँ के प्रति यह समर्पण केवल बाहरी पूजा तक सीमित नहीं, बल्कि भक्त के हृदय की गहराइयों से निकलता है। वह माँ को भक्ति का हार चढ़ाता है, जो सांसारिक उपहारों से कहीं अधिक मूल्यवान है, और उनके लिए फूलों की सेज सजाता है, जो उसके प्रेम और श्रद्धा का प्रतीक है। भक्त का यह विश्वास कि वह माँ को अपने भावों से मना लेगा, उसकी आंतरिक शक्ति और माँ के प्रति अटल विश्वास को दर्शाता है। माँ के लिए उसका भोग, चाहे वह मेवा हो या प्रेम, केवल उसकी भक्ति का एक और रूप है, जो माँ को प्रसन्न करता है। यह भक्ति का वह उत्सव है, जो भक्त को माँ के और करीब लाता है, और उसे यह अहसास कराता है कि माँ का प्रेम सदा उसके साथ है, चाहे वह रूठे या मुस्कुराए।
नवरात्रि के पावन अवसर पर देवी मंदिरों के दर्शन करने से भक्तों के कष्ट दूर होने की मान्यता है। भारत में कई ऐसे शक्तिपीठ और प्रसिद्ध मंदिर हैं, जहां नवरात्रि में दर्शन करने से विशेष रूप से मनोकामनाएँ पूरी होती हैं और जीवन के दुख-दर्द दूर हो जाते हैं।
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Author - Saroj Jangir
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