बता हनुमान पियारा रे भाई Bata Hanuman Piyara Re Bhai

बता हनुमान पियारा रे भाई Bata Hanuman Piyara Re Bhai


 
बता हनुमान पियारा रे भाई Bata Hanuman Piyara Re Bhai

बता हनुमान पियारा रे..
भाई कुण से देश ते आया।।

मुद्रिका लेकर आयो निशानी, मनै तू लागे कोई बलवानी।
समंदर लांघ के खारा रे.. भाई कुण से देश ते आया।।

घणा जोखम था फेर भी आया, मेरे रघुवर का संदेशा ल्याया।
बता के लागे तू म्हारा रे.. भाई कुण से देश ते आया।।

क्यूं मनै सोने का मृग देखा, क्यूं मनै लांघी लक्ष्मण रेखा।
बिछड़ गया राम हमारा रे.. भाई कुण से देश ते आया।।

भरोसो राख रामजी आसी, यो रावण करणी को फल पाई।
के धरम कदै नहीं हारा रे.. माई मैं भारत देश ते आया।
मनै श्री राम भिजाया रे.. माई मैं भारत देश ते आया।।

सब भग्तां संग अंबरीष गावै, मां सीता हनुमान ने बतलावे।
तू बेगो आई दुबारा रे.. भाई कुण से देश ते आया।
मनै श्री राम भिजाया रे.. माई मैं भारत देश ते आया।।


बता हनुमान पियारा रे भाई कुण से देश ते आया

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Bata Hanuman Pyaara Re..
Bhai Kun Se Desh Te Aaya।।
Mudrika Lekar Aayo Nishani, Manne Tu Lage Koi Balwaani।
Samandar Laangh Ke Khara Re.. Bhai Kun Se Desh Te Aaya।।
Ghana Jokham Tha Fer Bhi Aaya, Mere Raghuvar Ka Sandesha Lyaaya।
Bata Ke Lage Tu Mhara Re.. Bhai Kun Se Desh Te Aaya।।
Kyun Manne Sone Ka Mrig Dekha, Kyun Manne Laanghi Lakshman Rekha।
Bichhad Gaya Ram Hamara Re.. Bhai Kun Se Desh Te Aaya।।
Bharoso Rakh Ramji Aasi, Yo Ravan Karni Ko Phal Paayi।
Ke Dharam Kadhe Nahi Haara Re.. Mai Main Bharat Desh Te Aaya।
Manne Shri Ram Bhijaya Re.. Mai Main Bharat Desh Te Aaya।।
Sab Bhagtan Sang Ambarish Gaave, Maa Sita Hanuman Ne Batalave।
Tu Bego Aai Dubara Re.. Bhai Kun Se Desh Te Aaya।
Manne Shri Ram Bhijaya Re.. Mai Main Bharat Desh Te Aaya।। 

प्रस्तुति एवं रचयिता :-अम्बरीष कुमार मुंबई
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